Bhopal

गंजबासौदा रेलवे स्‍टेशन को बम से उड़ाने का मैसेज डालने वाला आरोपी गिरफ्तार

अफवाह निकली बम से उड़ा देने वाली धमकी

आरोपी ने फर्जी आईडी बनाकर दूसरे को फसाने के लिए किया था मैसेज

भोपाल:विदिशा जिले में स्थित गंजबासौदा रेलवे स्‍टेशन को बम से उड़ा देने की धमकी देने का मैसेज भेजने वाले आरोपी नीरज कुशवाह को पुलिस ने त्‍वरित कार्रवाई कर पकड़ लिया है। नीरज ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस द्वारा पूछताछ की जाने पर नीरज ने बताया कि अब्‍दुल नामक व्‍यक्ति को फसाने के लिए फेक वॉट्सअप आईडी बनाकर उसने गंजबासौदा रेलवे स्‍टेशन को बम से उड़ाने की धमकी भरा वॉट्सएप मैसेज गत 3 अप्रैल को भेजा था।

पुलिस उप महानिरीक्षक भोपाल ग्रामीण डा. आशीष ने बताया कि गंजबासौदा रेलवे स्‍टेशन के सेवानिवृत्‍त प्रबंधक  राकेश भारद्वाज द्वारा गत 3 अप्रैल की शाम जीआरपी चौकी को आवेदन के जरिए सूचना दी थी कि एक अज्ञात मोबाईल फोन नंबर से गंजबासौदा रेलवे स्‍टेशन को उड़ाने की धमकी दी गई है। सूचना प्राप्‍त होते ही पुलिस ने तत्‍काल रेलवे स्‍टेशन की सुरक्षा बढ़ाई। साथ ही विदिशा से स्निफर डॉग एवं भोपाल से बी.डी.डी.एस. व आरपीएफ टीम बुलाकर संयुक्‍त रूप से रेलवे स्‍टेशन सहित आस-पास के क्षेत्र की बारीकी से चैकिंग कर यह सुनिश्‍चित किया गया कि रेलवे स्‍टेशन पूरी तरह सुरक्षित है। बम से उड़ाने की सूचना अफवाह भर है।

पुलिस द्वारा अज्ञात मोबाईल नंबर ट्रेस कर उस व्‍यक्ति को तलब किया जिसके नाम से यह सिम थी। पर उस व्‍यक्ति ने पुलिस को जानकारी दी कि उसकी सिम दो-तीन दिन पूर्व बासौदा में गिर गई थी। सायबर सेल की मदद से पुलिस ने उस अज्ञात मोबाईल नंबर का पता लगाया, जिसमें यह सिम डालकर वॉट्सएप मैसेज किया गया था। पुलिस ने तत्‍परता दिखाते हुए सिम का दुरूपयोग करने वाले संदेही नीरज कुशवाह को पकड़ लिया। सख्‍ती से पूछताछ की जाने पर उसने कबूल किया कि अर्जुन नगर भोपाल निवासी अब्‍दुल को फंसाने के लिए वॉट्सएप पर चालाकी पूर्वक अब्‍दुल के विजिटिंग कार्ड की डिस्‍पले पिक्‍चर लगाकर यह मैसेज किया है। नीरज के खिलाफ अब्‍दुल ने पूर्व में एमपी नगर थाना भोपाल में शिकायत दर्ज कराई थी कि नीरज द्वारा अलग-अलग नंबर से अश्‍लील मैसेज भेजकर परिवारजनों को परेशान किया जा रहा है। इस वजह से शातिर दिमाग नीरज ने अब्‍दुल से बदला लेने की ठान ली थी।

आरोपी के खिलाफ आईटी एक्‍ट तथा भा.द.वि. की धाराओं के तहत प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया है। मात्र 24 घंटे के भीतर आरोपी को पकड़ने वाली पुलिस टीम को पुरस्‍कृत करने का निर्णय लिया गया है।

 

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