पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव औऱ पूर्व भाजपा अध्यक्ष नन्दकुमार सिंह चौहान खण्डवा लोकसभा के लिए करेंगे मशक्कत
भोपाल :प्रदेश की दो मुख्य राजनीतिक पार्टियों के पूर्व अध्यक्ष एक बार फिर आमने-सामने दिखाई देने वाले हैं। भाजपा ने खण्डवा लोकसभा सीट पर अपने अधिकृत प्रत्याशी के रूप में नन्दकुमार सिंह चौहान को मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस इस सीट पर सहकारिता से जुड़े अरुण यादव को उम्मीदवार बनने का मन बना चुकी है। नन्दू-अरुण के बीच का ये मुकाबला इसलिए रोचक माना जा रहा है कि दोनों ही प्रदेश की मुख्य राजनीतिक पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
पांच बार संसद में मप्र के नेतृत्व कर चुके
नन्दकुमार सिंह चौहान पर भाजपा ने फिर से भरोसा जताया है। उस दौर में जब भाजपा कई आला नेताओ के टिकट पर कैंची चला चुकी है, ऐसे में पार्टी ने खण्डवा लोकसभा के मौजूदा सांसद नन्दकुमार सिंह चौहान को एक और मौका दिया है। इधर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के नाम पर अंतिम मोहर लगाने की तैयारी कर ली है। सहकारिता से जुड़े यादव पूर्व में भी क्षेत्र का नेतृत्व कर चुके हैं।
दोनों साथ रहे अध्यक्ष
अरुण यादव और नन्दकुमार एक ही समय में अपनी-अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सम्हाल चुके हैं। एक ही समय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे अरुण यादव और नन्दकुमार सिंह चौहान को ऐन विधानसभा चुनाव के समय उनकी पार्टियों ने कुर्सी से बेदखल कर दिया था। उस दौरान दोनों ही अपने-अपने आलाकमान से नाराज भी दिखाई दिए थे और दोनों ने ही दबी जुबान में इस बात पर जोर दिया था कि वे भविष्य में कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे।
लड़ाई मुद्दों की
विकास, क्षेत्र में पहुंच, नेपा कारखाना, सिंचाई योजना जैसे कई मुद्दों के साथ अब अरुण और नन्द आमने सामने हैं। दोनों ने ही अपनी तैयारियां समय पहले ही शुरू कर दी थी और दोनों ही नेता जीत का दम भरते नजर आ रहे हैं। मतदाता के मन का ऊँट किस करवट बैठता है और चुनावी रण क्या फैसला लेकर आता है, फिलहाल इसके फिलहाल दो माह इंतजार करना होगा।