रास्ता भटककर झारखंड से भोपाल पहुंची मानसिक रूप से कमज़ोर महिला को सकुशल किया परिजन के सुपुर्द
भोपाल:दिनांक 12 अप्रैल 2019 की शाम को थाना कमला नगर के आरक्षक 1519 विजेंद्र कुमार को ड्यूटी के दौरान मैनिट चौराहा पर एक महिला उम्र करीब 45 साल की मिली, जो काफी परेशान लग रही हैं थी, जिससे पूछताछ करने पर नाम भी सही से नही बता पा रही थी एवं बंगला भाषा में अपना नाम मीरा पति मधुसुदन व झारखंड के बोकारो ज़िले का रहना बताई। गलत ट्रेन में बैठ जाना और रास्ता भूल जाने से भोपाल पहुंचना बताया।
आरक्षक द्वारा महिला के बारे में थाना को सूचना दी गई एवं अपने स्तर पर महिला को खाना खिलाया। महिला के परिजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं लगने पर आरक्षक विजेंद्र, आरक्षक महेन्द्र व महिला आरक्षक प्रीति के साथ निर्भया महिला आश्रयगृह शाहजहानाबाद सुरक्षार्थ हेतु पहुँचाया गया था।
आरक्षक विजेंद्र ने कुछ दिन बाद पुनः महिला आश्रयगृह सम्पर्क किया तो जानकारी मिली कि महिला के परिजनों का अभी तक कोई जानकारी नही मिल पायी है। तभी सूझबूझ का परिचय देते हुए आरक्षक विजेन्द्र ने उक्त महिला के बताए अनुसार झारखंड के बोकारो जिले के थाना चास का नंबर इंटरनेट के माध्यम से निकाला, जिस पर सम्पर्क किया तो चास थाने के सब इंस्पेक्टर जालेश्वर आरोन से बात हुई, जिन्हे आरक्षक द्वारा पूरी घटना के बारे में बताया, तो चास थाने के सब इंस्पेक्टर ने अपना व्हाट्सएप नंबर दिया और कहा कि उक्त महिला की फ़ोटो व जो भी पता बता रही है उसे व्हाट्सएप पर भेजो, उक्त महिला के परिजनों का पता लगाने मैं अपनी ओर से पूरी कोशिश करूंगा।
सब इंस्पेक्टर के द्वारा बोकारो ज़िले में अपने स्तर पर फ़ोटो व मिली कुछ जानकारी के आधार पर स्वयं द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार महिला के परिजनों का पता लगा लिया। महिला के बेटे बागाल पाल ने बताया कि उसकी माताजी का सही नाम तारूबाला पति मधुसूदन पाल उम्र करीब 50 साल है, हम लोग हरि मंदिर के पास मेन रोड़ चास जिला बोकारो (झारखण्ड) में रहते हैं, मेरी माताजी मानसिक रूप से कमज़ोर है एवं पहले भी 2-3 बार घर का रास्ता भटककर आसपास चली गई थी, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ कि माताजी भटककर इतनी दूर चली गई।
कमला नगर के आरक्षक 1519 विजेन्द्र कुमार द्वारा व्यक्तिगत रूप से महिला की सुपुर्दगी हेतु उसके लड़के बागाल पाल से बातचीत कर उसे भोपाल बुलाकर दिनांक 01 मई 2019 को निर्भया महिला आश्रय गृह शाहजहानाबाद में उसकी माताजी तारूबाला को सकुशल सुपुर्द किया गया।
इस तरह से कमला नगर के आरक्षक 1519 विजेन्द्र कुमार सूझबूझ व कड़ी मशक्कत से बोकारो जिले के चास थाने के सब इंस्पेक्टर जालेश्वर आरोन के सहयोग से कर्तव्य एवं मानवीयता का परिचय देते हुए वृद्ध महिला को उनके बेटे बागाल पाल से सही सलामत मिलवा दिया एवं किसी अनहोनी होने से बचा लिया गया।
महिला के बेटे बागाल पाल ने पुलिस को धन्यवाद देते हुए भोपाल पुलिस की काफी सराहना की।