Crime

भोपाल: ईटखेड़ी थाने के एसआई मुकेश कनासिया पर रिश्वत मांगने का आरोप, रिश्वत न देने पर मारपीट की वीडियो वायरल।

ईंटखेड़ी थाने के एक एसआई पर जमानत देने के बदले बीस हजार रुपए की रिश्वत मांगने और फिर रुपए न मिलने पर मारपीट करने के आरोप लगे हैं। पीड़ित ने इस संबंध में कानून मंत्री पीसी शर्मा और डीआईजी इरशाद वली से लिखित शिकायत की है। इधर, थानेदार ने सभी आरोप से इंकार किया है।

क्या है मामला
विवेक जो की लांबाखेड़ा निवासी है , बीते 26 मई को पानी भरने को लेकर उसके परिवार का पड़ोसियों से विवाद हुआ था। दोनों पक्षों की ओर से ईंटखेड़ी थाने में एफआईआर कराई गई थी। पुलिस ने पड़ोसी प्रहलाद की पत्नी की शिकायत पर विवेक, उसके छोटे भाई अभिषेक, ताऊ के बेटे प्रमोद व भाभी सुनीता पर मारपीट का केस दर्ज किया था। वहीं विवेक की भाभी सुनीता की शिकायत पर प्रहलाद व उसकी पत्नी विनिता के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। तब पुलिस ने प्रहलाद व उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया था।

एसआई ने रिश्वत में मांगे 20 हजार

सूत्रों के अनुसार मारपीट के मामले में विवेक के अलावा तीन अन्य की थाने से जमानत होनी थी। इस संबंध में ईंटखेड़ी थाने के सब इंस्पेक्टर मुकेश कनासिया उनके बड़े भाई विनोद को फोन लगाकर बार-बार जमानत कराने के एवज में बीस हजार रुपए की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि प्रति व्यक्ति 5-5 हजार रुपए देना होंगे। एसआई से सभी को थाने आने को कहा। इस पर विनोद ने गुरुवार को थाने आकर मुचलका कराने की बात कही थी।

विवेक का कहना है कि जब वे और उनके परिवार के लोग गुरुवार को ईटखेड़ी थाने पहुंचे तो एसआई मुकेश कनासिया ने दोबारा रिश्वत के बीस हजार रुपए मांगे। इनकार करने पर एसआई ने विवेक के भाई प्रमोद को टीआई के रूम में बुलाया। उस समय टीआई थाने में नहीं थे। इसके बाद एसआई ने प्रमोद के साथ गाली-गलौच की। झूठे केस में फंसाकर जेल भेजने की बात कहीं। मुझे भी धमकाया और मारपीट की।
इधर एसआई मुकेश कनासिया का कहना है की मेरे ऊपर लगाए जा रहे आरोप गलत हैं विवेक और उसके परिवार पर एक एफआईआर दर्ज है। उसमें फिंगर प्रिंट लेने का प्रावधान है। आरोपित पक्ष यह नहीं कराना चाहता था। उन लोगों का कहना था कि क्या हम चोर हैं, जो फिंगरप्रिंट देंगे। मैंने किसी से कोई मारपीट नहीं की है।

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