Bhopal

मप्र :जांच पूरी, रिपोर्ट का इंतजार- नाहरशाह वली के कुसूरवारों पर गिर सकती है गाज

भोपाल :इंदौर स्थित वक्फ नाहरशाह वली दरगाह की करीब डेढ़ एकड़ वक्फिया जमीन पर कालोनी काट दिए जाने के मामले में वक्फ बोर्ड द्वारा की जा रही जांच मुकम्मल हो चुकी है। टीम इस जमीन की नापतौल, लोगों के बयान और वक्फ जमीन के हालात की जानकारी लेकर भोपाल पहुंच चुकी है। इसके बाद अब तैयार होने वाली रिपोर्ट के आधार पर वक्फ प्रबंधन कमेटी और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ कार्यवाही की कवायद शुरू की जाएगी।

इंदौर के वक्फ दरगाह नाहरशाह वली के आधिपत्य की जमीन खसा नंबर 213 की करीब डेढ़ जमीन पर बसा दी गई कालोनी का मामला वक्फ बोर्ड के संज्ञान में पारीवारिक दस्तक ने समाचारों के माध्यम से लाया था। जिसके बाद शुरू हुई जांच में दल ने शिकायत को सही पाया है। इंदौर पहुंच जांच टीम ने वक्फ जमीन की स्थिति की जानकारी ली और इसपर बने मकानों के हालात देखे हैं। उन्होंने इस दौरान वक्फ प्रबंधन कमेटी, पूर्व में कमेटी में रहे लोगों के अलावा वक्फ जमीनों पर बस गए लोगों से भी चर्चा की है। जिसमें इस बात की जानकारी मिली है कि वक्फ जमीन को इसके जिम्मेदार बनाए गए लोगों ने बदनीयती और अपने फायदे के लालच में लोगों को बेच दी है। सूत्रों का कहना है कि जांच दल ने एकत्र किए गए बयानों और दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट तैयार करना शुरू कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि इसके आधार पर मप्र वक्फ बोर्ड प्रशासन कार्यवाही तय करेगा। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस मामले में दोषी पाए जाने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ वक्फ बोर्ड अमानत में खयानत का मामला मानते हुए भादवि की धारा 309 के तहत कार्यवाही कर सकता है।

और भी हैं मामले इंदौर के

सूत्रों का कहना है कि इंदौर में वक्फ प्रबंधन कमेटियों पर पूर्व में काबिज रहे लोगों ने यहां की बेशकीमती वक्फ जायदाद की बंदरबांट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। वक्फ नाहरशाह वली की एमआर-10 (हवाई जहाज वाले रेस्टोरेंट के पीछे) से लगी करीब 72 हजार स्केयर फीट जमीन भाजपा के एक विधायक को आवंटित कर दी है। इसी तरह छावनी स्थित वक्फ बेगम खान बहादुर ट्रस्ट की जमीन का एक बड़ा हिस्सा भाजपा कार्यालय के नाम भी दी गई है। इसके अलावा एमजी रोड स्थित तुकोगंज वक्फ की करोड़ों रुपए की जमीन को बेचने का सिलसिला भी बरसों से जारी है। यहां काबिज वक्फ प्रबंधन कमेटी के सदर कई आपराधिक मामलों और जमीनों के हेरफेर से जुड़े हुए हैं। बावजूद इसके उन्हें पिछले बोर्ड ने पांच साल के लिए दोबारा जिम्मेदारी सौंप दी है।

प्रदेशभर में वक्फ माफियाओं में मचा हड़कंप

राजनीतिक बोर्ड के कार्यकाल खत्म होने के बाद बोर्ड की व्यवस्था सरकारी हाथों में आने के बाद शुरू हुआ कार्यवाहियों का सिलसिला प्रदेशभर के वक्फ माफियाओं के लिए हड़कंप का कारण बना हुआ है। भोपाल, इंदौर के अलावा अब उज्जैन, बुरहानपुर, रीवा, ग्वालियर, बालाघाट, इटारसी सहित कई शहरों में हुई गड़बडिय़ों की शिकायतें वक्फ बोर्ड को मिलने लगी हैं। इन शिकायतों के आधार पर वक्फ प्रशासन द्वारा जांच कमेटियों को तैनात कर शिकायतों की हकीकत पता कराई जा रही है। मप्र वक्फ बोर्ड प्रशासक निसार अहमद का कहना है कि वक्फ के नाम पर गड़बडिय़ां करने वालों को किसी तरह बख्शा नहीं जाएगा।

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