माह-ए-रमजान के लिए सज गए बाजार, मस्जिदों में बढ़ी रौनक
भोपाल:माह-ए-रमजान को लेकर राजधानी भोपाल में कुछ खास रौनक नजर आने लगी है। मस्जिदों में पांच से लेकर सत्ताईस दिन तक की तरावीह के इंतजाम किए गए हैं। बाजारों में सेहरी-अफतार के लिए काम आने वाले खाद्य पदार्थों की बहार आ गई है। रमजान की रौनकें लूटने के लिए हर शख्स बेकरार दिखाई देने लगा है। मस्जिदों से लेकर घरों तक इबादत, तिलावत, रोजों को लेकर तैयारियों का दौर चल पड़ा है।
राजधानी की कदीमी मस्जिद तर्जुमे वाली में बरसों से चली आ रही रिवायत के मुताबिक 5 दिन में खत्म तरावीह का आयोजन किया जाएगा। मदरसों से जुड़े लोगों का रमजान और ईद के लिए घरों के जाने और कारोबारियों को रमजान माह अपने बिजनैस में ध्यान दे पाने की सहूलियत के साथ इस मस्जिद में 5 दिन की तरावीह का आयोजन शुरू किया गया था, जो बरसों बाद भी बदस्तूर जारी है। इसके अलावा राजधानी की अलग-अलग मस्जिदों में 5, 7, 10, 14 और 27 दिन की तरावीह का इंतजाम किया गया है। तरावीह के लिए मस्जिदों में रौशनी, पानी, सफाई आदि के माकूल इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही यहां खास तौर से कुरआन हाफिज को पाबंद किया गया है। इधर बाकी नमाजों के लिए भी मस्जिदों में खास इंतजाम किए गए हैं, ताकि बढऩे वाली नमाजियों की तादाद के लिहाज से किसी को कोई दिक्कत न आए।
बाजारों में बढ़ी रौनक
सेहरी और अफतार के लिए काम आने वाले खाद्य पदार्थों की खरीद-फरोख्त का दौर तेज हो गया है। इसके लिहाज से बाजारों में स्थायी दुकानों के अलावा कई अस्थायी दुकानें सज गई हैं। जिनमें सेहरी-अफतार के लिहाज से सामान मौजूद है। रमजानों में खरीदी और भीड़भाड़ से बचने की नीयत रखने वाले ज्यादातर लोगों ने अपनी तैयारियों को रमजान से पहले ही पूरा करने की नीयत के साथ बाजारों का रुख कर लिया है। दुकानदारों ने अपने कारोबार में होने वाले इजाफे के मुताबिक माकूल स्टॉक भी कर लिया है।
रूह-अफजा को शिद्दत से याद कर रहे लोग
पिछले कुछ दिनों से बाजार से नदारद हमदर्द के सभी आयटमों में सबसे ज्यादा याद किया जा रहा है शर्बत-ए-रूह अफजा। गर्मी के रोजों के दौरान लोगों को सबसे ज्यादा तसल्ली देने वाला शरबत बाजार में न मिल पाने से लोग इसका विकल्प तलाशते नजर आ रहे हैं लेकिन उनकी तसल्ली को पूरा करने वाला कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है।