एक इंटरव्यू में पश्चिम दिल्ली से भाजपा के टिकट पर सांसद रहे दलित नेता उदित राज अपना टिकट काटे जाने को लेके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खासे नाराज़ दिखे। उन्होंने मोदी को दलित विरोधी बताय, और ये भी कहा की राष्ट्रपति कोविंद प्रधानमंत्री के रबर स्टाम्प मात्र हैं।
सवाल : भाजपा छोड़कर आप कांग्रेस में शामिल क्यों हुए ?
जवाब : नरेंद्र मोदी से मेरा लेन-देन का रिश्ता था। 2014 में मेने भाजपा इसलिए ज्वाइन की थी के दलितों के लिए काम कर सकूँ। भाजपा ने मुझे टिकट दिया और मेने उन्हें दलित वर्ग का समर्थन दिलवाया,जिससे उन्हें चुनाव में बड़ी कामयाबी मिली,लेकिन नामांकन के अखहरी दिन उन्होंने मेरा टिकट काट दिया तो मेने अपना समर्थन वापस ले लिया।
सवाल : क्या आपको लगता है भाजपा ने दलितों के हित में काम नहीं किया ?
जवाब : भाजपा दलित विरोधी पार्टी है। मेने पार्टी मंच पे हमेशा इस बात को रखा है। भाजपा को दलितों का समर्थन भर चाहिए पर दलित नेता नहीं चाहिए,भाजपा हमेशा ऐसे दलित नेताओं को अपनी पार्टी में चाहती है जो गूंगा बेहरा हो, में ना तो गूंगा बन सकता ना ही बेहरा, इसलिए में उनसे बर्दाश्त नहीं हुआ।
सवाल : आप हमेशा राष्ट्रपति कोविंद के खिलाफ क्यों बोलते हैं ?
जवाब : मैं राष्ट्रपति पद का आदर करता हूँ,लेकिन रामनाथ कोविंद दलित होते हुए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं बोलते। जब भी दलितों की अनदेखी होती है तो राष्ट्रपति मौन रह जाते हैं। वोह राष्ट्रपति होते हुए भी नरेंद्र मोदी के रबर स्टाम्प मात्र हैं। उनकी योग्यता बस इतनी है के वो दलित वर्ग से आते हैं।
सवाल : इस चुनाव में आप क्या स्तिथि देखते हैं ?
जवाब : इस लोकसभा चुनाव में भाजपा 150-160 से ज़्यादा सीट जीतने की स्तिथि में नहीं है। लोग समज गए है की मोदी सिर्फ जुमलों की सरकार चला रहे हैं। में अंदर का आदमी हूँ इसलिए उनके बारे में ज़्यादा जनता हूँ।