Bhopal National

सरहदों पर तनाव, असर अदब के मंचों तक-भारतीय शायरों ने किया पाक मुशायरों से किनारा

भोपाल। अदब, कला, संस्कृति और इससे जुड़े लोग वैसे तो सरहदों की बेडिय़ों से आजाद होते हैं, लेकिन जब-जब दो मुल्कों के बीच रिश्तों में खटास आती है, अदबी महफिलें भी असर से बाहर नहीं रहतीं। भारत-पाक के बीच चल रहे तनाव का असर इन दिनों दोनों देशों के कलाकारों, फनकारों, शायरों, खिलाडिय़ों को विचलित किए हुए हैं। हाल ही में पाकिस्तान में होने वाले एक आलमी मुशायरा में शिरकत की पेशकश ठुकरा कर हिन्दुस्तानी शायरों ने अपने मुल्क के प्रति लगाव को साबित किया है। हालांकि इससे उन्हें अदबी और आर्थिक दोनों रूप में नुकसान उठाना पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक इसी माह की 22 तारीख को पाकिस्तान में एक आलमी मुशायरे का आयोजन होना था। देश-दुनिया में होने अपनी खास पहचान रखने वाले इस मुशायरा मेहफिल में कई हिन्दुस्तानी शायर अपना कलाम पेश करने वाले थे। हिन्दुस्तान को अगुवाई देने वाले इस पाक मुशायरे में भारत से मंजर भोपाली, वसीम बरेलवी, खुश्बू शर्मा, इकबाल अशर, पापुलर मेरठी, ताजवर सुल्ताना आदि शायरों को दावत मिली थी। सूत्रों का कहना है कि सरहदों पर ्िरबगड़े हालात को देखते हुए हिन्दुस्तानी शायरों ने इस प्रोग्राम से किनारा कर लिया है। बताया जाता है कि सभी शायरों ने इस कार्यक्रम में शामिल न होने की अपनी तहरीर आयोजकों को भेजते हुए दोनों देशों के बीच बिगड़े रिश्तों और हालात का हवाला दिया है।

मंजर ने पाक की वजह से छोड़ा इंग्लैण्ड दौरा
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर मंजर भोपाली को करीब 15 दिन के इंग्लैण्ड दौरे पर इस माह की शुरूआत में रवाना होना था। एक से 14 मार्च तक उनके कई मुशायरे वहां होने थे। इस सफर के लिए वे तैयारी भी कर चुके थे और उनकी रवानगी की सूचनाएं अखबारों-टीवी चैनलों पर भी प्रसारित हो चुकी थीं। लेकिन इसी दौरान जब मंजर को इस बात का पता लगा कि इंग्लैण्ड में होने वाले मुशायरे के दौरान दो हिन्दुस्तानी और दो पाकिस्तानी शायरों को शामिल किया जा रहा है। इस बात की जानकारी लगने पर उन्होंने अपने सफर को रद्द कर दिया और आयोजकों से कार्यक्रम में न पहुंचने की माफी तलब कर ली।

राहत पहले कर चुके हैं पाक से किनारा

बार-बार पाकिस्तान के साथ बिगड़ते रिश्तों को लेकर मशहूर शायर डॉ. राहत इंदौरी कुछ सालों पहले ही पाकिस्तान में मुशायरा न पढऩे का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने भी यह ऐलान ऐसे समय पर किया था, जब पाकिस्तान में एक बहुत बड़े स्तर का अंतर्राष्ट्रीय मुशायरा होने वाला था। सारी दुनिया में अपने कलाम का जलवा बिखेरने वाले डॉ. राहत ने उस समय यह ऐलान भी कर दिया था कि वे अब भविष्य में कभी पाकिस्तानी मुशायरों में शिरकत नहीं करेंगे।

जावेद-शबाना ने भी बनाई दूरी

सूत्रों का कहना है कि मशहूर शायर, लेखक और साहित्यकार जावेद अख्तर और उनकी पत्नी फिल्म अदाकारा और समाजसेवी शबाना आजमी को भी इस माह एक आयोजन के सिलसिले में पाकिस्तान आमंत्रित किया गया था। लेकिन उन्होंने मौजूदा हालात को देखते हुए इस कार्यक्रम से दूरी बना ली है।

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