सीबीएसई से संबद्धता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को सायबर सुरक्षा की जुड़ी जानकारी दी जाएगी। इसके लिए स्कूलों में सायबर सिक्योरिटी पर कक्षाएं लगाई जाएंगी। सायबर अपराध की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सीबीएसई ने इस शिक्षण सत्र से अहम कदम उठाया है। इसकी गंभीरता को देखते हुए इन कक्षाओं में सायबर एक्सपर्ट को नियुक्त किया जाएगा। जो स्कूली स्तर पर ही विद्यार्थियों को सायबर सिक्योरिटी का पाठ पढ़ाएंगे। शुरुआत में इसमें कक्षा 9वीं और 10वीं के विद्यार्थी शामिल होंगे। इसके अलावा छात्रों को ई-पब्लिशिंग, ई-ऑफिस के अंतर्गत सॉफ्टवेयर व उनसे जुड़ी लाइसेंसिंग योजना, इंटरनेट की कार्यप्रणाली व वेब एप्लीकेशन का ज्ञान भी दिया जाएगा।
इसमें स्कूल के छात्र-छात्राओं को सायबर क्राइम के बढ़ते खतरों से आगाह करने के साथ सेफ्टी नियमों के बारे में भी बताया जाएगा। इसके अलावा यूजीसी की ओर से भी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सायबर सिक्योरिटी को विषय के रूप में पढ़ाने की बात कही गई है। यह कोर्स शैक्षणिक संस्थानों में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के रूप में शुरू हो सकता है। इसको लेकर इन संस्थानों में तैयारियां शुरू हो गई हैं।
यह ट्रेनिंग अलग-अलग शेड्यूल के हिसाब से स्कूलों में आयोजित होगी। इसके लिए एक से दो घंटे का सेशन होगा। इसमें आईआईटी और सायबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट शहर के सीबीएसई स्कूलों में ट्रेनिंग देने के लिए आएंगे। विशेषज्ञों की ओर से सभी प्रतिभागियों को सायबर क्राइम के सेफ्टी टिप्स के बारे में भी बताया जाएगा।
अभिभवकों को भी दी जाएगी ट्रेनिंग: स्कूलों में विद्यार्थियों को अलग-अलग सत्र में ट्रेनिंग दी जाएगी। इसमें छात्र-छात्राओं के साथ उनके अभिभावक को भी शामिल किया जाएगा। इससे वह घर पर बच्चे की हर एक्टिविटी पर नजर रख सकेंगे। इसमें उन्हें सायबर क्राइम क्या है, हाल में हुए केस आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी।