आदर्श आचरण संहिता का पालन सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे यू-ट्यूब, फेसबुक एवं ट्वीटर पर भी किया जाना वैधानिक रूप से आवश्यक है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फेक न्यूज, गलत अथवा झूठा समाचार एवं सूचनाएँ, घृणास्पद भाषण के माध्यम से आचरण संहिता का उल्लंघन संबंधी मामलों पर निगरानी के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही.एल. कान्ता राव ने बताया है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन-2019 के दौरान निर्वाचन संबंधी कानूनों तथा आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन संबंधी मामलों पर निगरानी के लिये विशेष निर्देश प्रसारित किये गये हैं।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कान्ता राव ने बताया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित किसी कंटेन्ट के संबंध में यदि आचरण संहिता के उल्लंघन का कोई मामला प्रकाश में आता है, तो संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मध्यप्रदेश के कार्यालय में नियुक्त नोडल अधिकारी को यह जानकारी प्रेषित करेंगे। मामले की पुष्टि होने के पश्चात उसे भारत निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा, जहाँ नियुक्त नोडल अधिकारी संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफार्म के प्रमुख से उक्त कन्टेन्ट की पुष्टि करायेंगे। मामला सही पाये जाने पर विधि अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
लोकसभा निर्वाचन में ‘सी विजिल एप‘ से प्राप्त शिकायतों का हो रहा है निराकरण
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही.एल.कान्ता राव ने बताया है कि लोकसभा निर्वाचन-2019 में निर्वाचन संबंधी शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निराकरण के लिए सी विजिल एप तैयार किया गया है। इस एप को एन्ड्राइड मोबाईल में प्ले स्टोर से एवं एप्पल मोबाईल के एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप के माध्यम से कोई भी व्यक्ति आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की किसी भी घटना का फोटो, वीडियो तैयार कर अपनी शिकायत के साथ भेज सकता है। प्राप्त शिकायत की त्वरित गति से जाँच कर उसका निराकरण, कार्यवाही की जाती है।किसी भी शिकायतकर्ता द्वारा की गई शिकायत सर्वप्रथम जिला शिकायत कंट्रोल सेंटर के पास जाती है। प्रारंभिक जाँच के बाद शिकायत सही होने पर फ्लांइग स्कवाड टीम भेजी जाती है। टीम त्वरित गति से शिकायत की जाँच कर उसका प्रतिवेदन देती है। निराकरण रिटर्निंग अधिकारी अथवा ए.आर.ओ द्वारा किया जाता है। सी विजिल एप के गोल्ड वर्जन में आयोग द्वारा स्व-संज्ञान सुविधा भी उपलब्ध है, जिसके द्वारा फील्ड पर उपस्थित टीम अगर आचरण संहिता का उल्लंघन पाती है, तो वह जाँच कर प्रतिवेदन दे सकती है। अब तक सी विजिल एप के माध्यम से जिलों में कुल 3 हजार 387 शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है।