भोपाल । हमीदिया अस्पताल में डॉक्टरों के प्रिस्क्रिप्शन के बाद भी गंभीर मरीजों को दवा काउंटर से पर्याप्त दवाएं नहीं दी जा रही हैं। लिहाजा इन मरीजों को कुछ दिन बाद ही दवा के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है। बरखेड़ा निवासी कुंदन यादव (60) ने बताया कि उन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत है। तीन दिन पहले तबीयत ज्यादा खराब हुई, तो हमीदिया में दिखाया था।
डॉक्टर ने पर्ची पर 15 दिन की दवाएं लिखी थीं। दवा काउंटर पर पहुंचे तो वहां से मात्र दो दिन की दवाएं दी गर्इं, इसलिए फिर से दवा लेने के लिए कतार में खड़ा होना पड़ रहा है। यह परेशानी अकेले कुंदन यादव की नहीं है। ऐसे करीब 300 मरीज रोजाना अस्पताल पहुंचते हैं, जिन्हें हर दो या तीन दिन में दवा के लिए लाइन में घंटों खड़े रहना पड़ रहा है। बताया जाता है कि दवाओं का स्टॉक कम होने की वजह से ये दिक्कत आ रही है।
हार्ट और दांत की दवाएं नहीं
जानकारी के अनुसार, हमीदिया में एक माह से एस्प्रिन और बीटाटेक सहित कई दवाओं की कमी है। हार्ट रोग विशेषज्ञ डॉ.आरएस मीना ने बताया कि मरीजों को जो दवाएं लिखी जाती हैं, उनमें से कई दवाएं नहीं मिल पाती हैं। वह कहते हैं कई बाद दवाओं का स्टॉक कम होने के कारण ऐसी स्थिति बनती है।
समय पर सप्लाई नहीं
जम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल में मप्र पब्लिक हेल्थ कॉर्पोरेशन द्वारा दवाओं की सप्लाई की जाती है। कई बार कॉर्पोरेशन द्वारा समय पर दवाएं उपलब्ध नहीं कराई जाती हैं। इसलिए कमी बनी रहती है। ऐसे में बैलेंस बनाने के लिए अधिकतर मरीजों को दो से तीन दिन की दवाएं दी जाती हैं।