खंडवा!! जिले के ग्राम दोगलिया स्थित, संत सिगाजी ताप विद्युत परियोजना में प्रदुषण को लेकर एनजीटी के द्वारा पांच करोंड रूपये का जुर्माना एमपीपीजीसीएल को लगाया है , लेकिन इसके बाद भी इस कंपनी के जवाबदार अधिकारीयो को कोई फर्क नही पडता दिखाई नहीं देता है। आज भी साइलो से राखड उडने का सिलसिला जारी है । राखड के कारण परियोजना के बाहर पत्थरो और पेडो पर राखड कि परत जम गई है , लेकिन जवाबदार अधिकारी देखने तक नही गये है । परियोजना स्थल ग्राम दौगालिया के ग्रामीणो नें बताया कि हवा के चलते राखड काफी मात्रा में उडती है ! ओर घरो के अंदर तक धुसपैठ करती है।ग्रामीणो ने परेशान होकर प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड को भी शिकायत भेजी है। जल्दी ही परियोजना के ईडी को भी ज्ञापन दिया जायेगा। ग्राम के लोगो ने बताया कि ग्रीष्मकाल में लोग बहार सोते है वहि राखड ,शरीर पर आ जाती है जिससे शरीर में खुजाल चलती है ,सोमवार को भी तेज हवा के चलते राखड परियोजना से उड रही थी।
एनर्गो कंपनी की लापरवाही
फेस वन के ऐस हेडलिंग का काम कर रही एनर्गो कंपनी को राखड को बायलर से साइलो तक ले जाने की जिम्मेदारी है। अनदेखी लापरवाही चरम पर है! पिछले समय कंपनी ने कोयले में भी काम किया था लेकिन भारी लापरवाही के चलते हुए एमपीपीजीसीएल के द्वारा कंपनी को ट्रर्मनेट कर दिया था ।
एनजीटी ने लगाया 5 करोड का जुर्माना
परियोजना सहित आसपास के गांवो तक प्रदुषण फेल रहा है, वही राखड बांध को खाली नही किया गया है । इसको लेकर नेसनल ग्रिन ट्रिबनल विभाग के द्वारा 5 करोड रूपये का एमपीपीजीसीएल को जुर्माना लगाया गया है । अधिकारी के मुताबिक बताया गया है कि इसी साल यह जुर्माना लगा है । कपंनी पर यह जुर्माना है।
मिली जानकारी से कि इधर 3 और 4 नंबर कि ऐस हेडलिंग में भी राखड भरपूर मात्रा में भर गई है वही जगह जगह से उड रही है । बताते है कि इस सिटम का मेनटेनेश का काम मिलको कंपनी को दिया गया है लेकिन उसके डिपलोप्मा धारी काम करने वाले कर्मचारी नही है ।जवाबदार जो फेस वन व टु का आपरेशन एंड मेनटेश के अधिकारी है इनको ही सभी कामों देखना है । युनिट अगर ट्रिप मारती है तो इनकी जवाबदारी होगी। पर विडंबना लापरवाही ही झलकती है।
क्या कहते अधिकारी
एनजीटी के द्वारा एम पी जी सी एल कंपनी को पाच करोड रुपये का जुर्माना लगाया है यह जुर्माना इसी साल लगा है ।राखड बांध से 100 प्रतिशत राखड खाली नही होने पर लगाया गया है !
आरके,मल्हौत्रा ,पीआरओ एमपीपीजीसीएल