अंकुश विश्वकर्मा
हरदा। सरकार की समर्थनमूल्य खरीदी की मनसा सहकारी अधिकारियों की मनमर्जी से चल रही है जहां तक अभी कई केंद्रों पर खरीदी प्रारंभी नहीं हुई ,वहीं खरीदी केंद्र स्थापित करते समय ग्राम वासियों किसानों की वास्तविक समस्याओं का ध्यान ही नहीं रखा गया और मनमर्जी से अन्य जगहों पर खरीदी केंद्र बना दिए गए इसी का परिणाम है कि आज दिनांक तक भी सोनतलाई सहकारी समिति के सोनतलाई और विछोला माल खरीदी केंद्र प्रारंभ नहीं हो पाए। इन केंद्रों को अन्य समिति पीपल घटा के केंद्र पर समायोजित किया जा रहा है जहां किसानों की दूरी अधिक होने के साथ ही ना तो केंद्र हेतु उचित स्थान है और ना ही उस समिति के कर्मचारियों का व्यवहार इन गांवों के किसानों के प्रति उचित है आए दिन वैसे ही विवाद होते रहते हैं अधिकतर किसानों का कहना है कि हम उस गांव से गुजरते भी नहीं और वहां खरीदी प्रारंभ होगी तो छोटी-छोटी बातों से वाद-विवाद भयानक रंजिश का कारण बनेंगे और गंभीर घटनाएं भी घटेगी जिससे क्षेत्र की शांति स्थापित नहीं रह पाएगी ।जिला प्रशासन को खरीदी प्रारंभ करने से किसानों की या भारी कठिनाइयों की ओर ध्यान देना था जो नहीं दिया गया और भौगोलिक रूप से भी सोनतलाई और विछोला माल केंद्र को अन्यत्र स्थापित करने से खरीदी व्यवस्था प्रभावित होगी उसका खामियाजा केवल किसानों को भुगतना पड़ेगा इस व्यवस्था से नाराज होकर सोनतलाई और विचोला माल के खरीदी केंद्र के गांव के किसानों और ग्रामीणों द्वारा लोकसभा निर्वाचन में मतदान का बहिष्कार करने का एलान किया गया है अगर पुनः दोनों केंद्रों पर पूर्वी स्थिति अनुसार खरीदी नहीं की जाती है तो लगभग 7000 मतदाता चुनाव का बहिष्कार करेंगे