अमेरिका के ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को ‘विदेशी आतंकवादी संगठन’ करार देते हुए ब्लैकलिस्ट करने के फैसले के बाद ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका को ‘विश्व आतंकवाद का लीडर’ बताया है। रूहानी ने अपने भाषण में अमेरिका पूछा, ‘रिवोल्यूशनरी संस्थानों को आतंकवादी का लेबल देने वाले आप कौन होते हैं। आप आतंकवादी समूहों को राष्ट्रों के खिलाफ उपकरण के रूप में उपयोग करना चाहते हैं। आप विश्व आतंकवाद के नेता हैं।’ उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों की रक्षा करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है, अब अमेरिका उनसे नफरत कर रहा है, यहां तक उन्हें ब्लैकलिस्ट भी कर दिया है।
रूहानी ने कहा, ‘अमेरिका की यह गलती ईरानियों को एकजुट करेगी और गार्ड्स ईरान में और अधिक लोकप्रिय हो जाएंगे।
अमेरिका ने आतंकवादियों को क्षेत्र में एक उपकरण की तरह इस्तेमाल किया है जबकि गार्ड्स ने उनके खिलाफ इराक से लेकर सीरिया तक लड़ाई लड़ी है।’ बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के गार्ड्स को एक विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया था।
सऊदी अरब ने किया अमेरिका के फैसले का स्वागत
ईरान के प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब ने अमेरिका के फैसले का स्वागत किया है और इसे आतंकवाद से लड़ने की दिशा में ‘गंभीर तथा व्यावहारिक’ कदम बताया है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने विदेशी मंत्रालय के एक सूत्र के हवाले से बताया कि अमेरिका ने देश में बार-बार उठ रही मांग के चलते यह फैसला लिया है।