लखनऊ. कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए संपूर्ण भारत लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है। हालांकि, यूपी में लॉकडाउन 22 मार्च से लागू है। अधिकतर शहरों में लोग घरों में कैद हैं, सुबह-शाम ही रोजमर्रा की चीजों को खरीदने के लिए परिवार से सिर्फ एक ही व्यक्ति घरों से बाहर आ रहा है। वहीं, तमाम ऐसे भी हैं जो बिना वजह सड़क पर माहौल देखने के लिए निकल पड़ते हैं। जिनसे पुलिस सख्ती से निपट रही है। उत्तर प्रदेश में गुरुवार को संक्रमण के चार केस सामने आए। अब पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 42 हो गई है। हालांकि, इनमें 11 कोरोना फाइटर्स भी हैं, जो इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं।
3679 वाहन सीज हो चुके है ।
लॉकडाउन के नियम तोड़ने वालों से पुलिस सख्ती से निपट रही है। अब तक यूपी में 3679 वाहन सीज हुए हैं। आईपीसी की धारा 188 के तहत 2089 एफआइआर भी दर्ज हुई है। यूपी 112 हेल्पलाइन पर अब तक 9 हजार से अधिक लोगों ने कॉल कर मदद मांगी। 3200 कॉल भीड़ एकत्रित होने के थे। जबकि 1300 लोगों ने पुलिस को कॉल कर राशन दिलाने की मांग की है।
सबसे अधिक संक्रमित नोएडा में है
दिल्ली से सटे नोएडा (गौतमबुद्धनगर) में कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित 14 लोग पाए गए हैं। वहीं, लखनऊ और आगरा में 8-8, गाजियाबाद में 3, पीलीभीत में 2 और लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर, जौनपुर, बागपत और शामली में 1-1 केस मिला है। लक्षणों के आधार पर बुधवार को 73 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया। जबकि, 1830 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें से 1707 की रिपोर्ट निगेटिव आई। 85 लोगों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है।
तीन स्तरीय व्यवस्था में कोरोना के मरीजों के इलाज की व्यवस्था बनाई गई है।
कोरोना से संक्रमित व संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए सरकार ने तीन स्तरीय व्यवस्था बनाई है। लखनऊ के पीजीआई, केजीएमयू व मेरठ मेडिकल कॉलेज में कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज होगा। वहीं, हर जिले में दो-दो सीएचसी को कोरोना अस्पताल में तब्दील किया गया है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, लक्षण वाले मरीजों को सीएचसी में, वायरस की पुष्टि होने के बाद उन्हें प्रदेश के 51 मेडिकल कॉलेज, निजी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पतालों में बनाए गए विशेष कोरोना अस्पताल में रेफर किया जाएगा। तीसरे स्तर पर गंभीर मरीजों का इलाज विशिष्ट मेडिकल कॉलेज में होगा। प्रदेश में 11 हजार आइसोलेशन व क्वारंटाइन बेड तैयार हो रहे हैं।
मुनाफाखोरी की शिकायत पर प्रयागराज का दुकान गिरफ्तार ।
लॉकडाउन के चलते प्रदेश सरकार ने डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था की है। लेकिन इस बीच कुछ दुकानदार मुनाफाखोरी करने लगे हैं। ऐसा ही मामला प्रयागराज में सामने आया। यहां मुठ्ठीगंज में एक किराना व्यापारी आटा, दाल, चावल जैसे जरूरी सामानों को अधिक कीमत पर बेच रहा था। प्रशासन ने शिकायत पर व्यापारी के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि, यदि किसी ने मुनाफाखोरी या कालाबाजारी की तो उस पर कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा- जरूरी सामानों की कोई कमी नहीं है।
670 लोगों को क्वारंटाइन किया गया अयोध्या में ।
अयोध्या में विदेश व देश के कई प्रांतों से 24 मार्च से अब तक आए हुए लोगों की सूची जारी की गई है। इनमें से 670 लोगों को पुलिस ने होम क्वारंटाइन कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, इनमें से कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं है। फिर भी सतर्कता बरती जा रही है, जो बाहर से आए हैं उनमें दुबई, मुंबई, आस्ट्रेलिया, फिलीपींस, सऊदी अरब, इंडोनिशया के अलावा अहमदाबाद, हैदराबाद आदि प्रांतों के लोग शामिल हैं।