अंकुश विश्वकर्मा
हरदा जिले के ग्राम विछोला व खेडा गाॅव में म.प्र. शासन की जय किसान फसल ऋण माफी योजना के प्रमाण पत्र जलाए जाने की घटना को भारतीय जनता पार्टी का प्रायोजित षडयंत्र बताते हुए आज जारी प्रेस नोट में राजीव गांधी पंचायत राज संगठन के प्रदेष अध्यक्ष हेमन्त टाले, प्रदेष सचिव मोहन विष्नोंई एवं जिला कांग्रेस के प्रवक्ता आदित्य गार्गव ने कहा कि भाजपा एवं स्थानीय विधायक कमल पटेल किसानों को आगे रख कर, किसानों में भ्रम फैलाकर प्रदेष सरकार के खिलाफ झूटा राजनैतिक षडयंत्र कर रहे है। भाजपा सदा ही किसानों को गुमराह करके राजनीति करती है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जहा एक ओर म.प्र. के मुख्य मंत्री शपथ लेने के तत्काल बाद ही किसानों की फसल ऋण माफी योंजना पर अपने हस्ताक्षर किये कांग्रेस शासित राज्यों में हुई कर्ज माफी से घबराकर भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आनन फानन में किसानों के लिए चुनावी वर्ष में 6000 हजार रूपये जैसी मामूली राषि देने के घोषणा की बाद में इसमें भी एक शर्त जोड दी की यह राषि सिर्फ 5 एकड़ से कम रकवे वाले किसानों को ही दी जावेगी लेकिन यह घोषणा भी किसानों के साथ धोखा सावित हुई क्योंकि इस योजना में परिवार को ही इकाई माना गया है जिसके चलते बहुसंख्यक किसान इस योजना के लाभ से वंचति रह गए है। केन्द्र सरकार द्वारा इस योजना को इतने नियामों में उलझाया गया है कि वास्तविक छोटे किसानों को योजना का लाभ ही नही मिल पायेगा।
पिछली षिवराज सरकार में मंदसौर में हुए गोली काण्ड में प्रदेष सरकार किसानों को भी निषाना बनाने से नहीं चुकी इसी श्रंखला को आगे बढाते हुए हरदा के भाजपा विधायक कमल पटेल किसानों के मुद्दे पर राजनीति कर रहे है और उन्हे वहकाकर म.प्र. शासन की किसान हितेषी जय किसान फसल ऋण माफी योजना के प्रमाण पत्र जलवाने का काम कर रहे है।
कांग्रेस प्रवक्ता श्री गार्गव ने जिले के किसानों से अपील की है कि वे भाजपा के नेताओं के वहकावे में ना आए। प्रदेष के मुख्य मंत्री श्री कमलनाथ किसानो की संपूर्ण कर्ज माफी के लिए प्रतिबद्ध है। अगर प्रदेष सरकार द्वारा बिना जाॅच पड़ताल के किसानों के कर्ज माफ कर दिये जाते तो जो करोडो रूपये के घोटाले जिला सहकारी बैंको में सहकारी समितियों द्वारा किये गए है वे सामने नही आते गौरतलव है कि हरदा जिले में ही कई सहकारी समितियों में करोडो रूपये के फर्जी ऋण किसानों पर सामने आये है जिसमें कई समितियों के जिम्मेदार अधिकारियों पर एफ.आई.आर भी हुई है।
कांग्रेस नेताओं ने हरदा विघायक एवं म.प्र. प्रदेष के पूर्व मंत्री कमल पटेल को चुनौति देते हुए कहा की यदि वे वास्तव में किसानों के सच्चे हितेषी है तो वे किसानों को गुमराह करने के वजाय वे किसान विरोधी नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अभियान चलाये।