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गुलाम नबी आज़ाद की प्रधानमंत्री को दो टूक, कहा ” नफरत से भरा न्यू इंडिया आपको मुबारक, हमें पुराना आपसी भाईचारे वाला इंडिया वापस दो।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग की निंदा की। उन्होंने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘न्यू इंडिया’ की कमियों को निकालते हुए कहा कि हमें पुराना ही भारत चाहिए, ताकि लोग सुकून से रह सकें। ‘न्यू इंडिया’ में लोग ही लोगों के दुश्मन हो गए हैं। आजाद ने कहा कि हर ओर लिंचिंग हो रही है, लोगों में नफरत भरी है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान आजाद ने कहा- बेरोजगारी और नाबालिगों से दुष्कर्म की घटनाओं में असामान्य रूप से वृद्धि हुई है। न्यू इंडिया प्रधानमंत्री खुद ही रखें और हमें पुराना भारत वापस दे दें, जिससे लोगों में प्यार बना रहे। पुराने भारत में जब भी दलित और मुस्लिमों को पीड़ा होती थी, तो हिंदू भी आहत होते थे। किसी को कुछ होता तो सभी आंसू बहाते थे।’’ उन्होंने कहा कि अभी के समय में आपको जंगल में डर नहीं लगेगा। लेकिन, कॉलोनी में लोगों के बीच जरूर डर लगेगा। हमें ऐसा इंडिया चाहिए, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई एक साथ रह सकें।

भाजपा की नीतियों से देश हारा’

उन्होंने कहा- भाजपा विभाजन की राजनीति कर भले ही चुनाव जीत गई हो, लेकिन इनकी नीतियों से देश हार गया है। हम प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास के साथ हैं। लेकिन, लोगों को ऐसा दिखना भी चाहिए, जो फिलहाल कहीं नजर नहीं आता। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम सिर्फ कहने के लिए रह गया है। महिला अपराध बढ़ा है। सरकार संसद में 50% महिला आरक्षण लागू करे, देश भर में महिलाएं तीन तलाख पे प्रतिबन्ध के खिलाफ रैलियां कर रही है सड़को पे हैं और प्रधानमंत्री अपने सांसदों से चुनिंदा लोगो की रज़ामंदी के साथ संसद में बिल तीन तलाक़ के खिलाफ बिल पास करवा रहे है।

गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताने वाली भाजपा में सांसद’

आजाद ने भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर के संदर्भ में कहा- यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गांधी के हत्यारे को देशभक्त बताने वाली सत्ताधारी पार्टी की सांसद हैं। उनके खिलाफ पार्टी ने कोई कार्रवाई तक नहीं की। इस बात को दोहराते हुए मेरी जुबान जल जाएगी। मैं ऐसा कभी नहीं कह सकता। मेरी प्रधानमंत्री जी से शिकायत है, आपने अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्हें पार्टी से निकाल देना चाहिए। महात्मा गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे। लेकिन, वे राष्ट्रपिता हैं। अभी भी अक्टूबर तक का वक्त है, भाजपा को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।

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