भोपाल । पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के जन्म दिन पर राजनीति शुरू हो गई। उन्होंने अपने 60 वें जन्म दिन पर एक अनूठी पहल करते हुए गरीबों के इलाज के लिए एक फंड बनाया है। इसमें 13 साल के मुख्यमंत्री कार्यकाल में उन्हें जो मोमेंटो मिले हैं, उन्होंने उसकी नीलामी की। पहले दिन पांच मोमेंटों 5 लाख में हाथों-हाथ बिक गए।
इधर, कांग्रेस ने इस सवाल उठाए हैं। उसका कहना है कि शिवराज यूं सरेआम प्रदर्शनी लगाकर मोमेंटो नही बेच सकते हंै। उन्हें इन्हें सरकारी खजाने में जमा करवाना चाहिए था, ये नियम के विरुद्ध है। हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज के बंगले पर पहुंचकर जन्मदिन की बधाई दी। पूर्व मुख्यमंत्री को सुबह से बधाई देने वालों का सिलसिला जारी रहा। भाजपा के पदाधिकारी और नेताओं ने पुष्पगुच्छ देकर शुभकामनाएं दी। युवा मोर्चा ने जन्म दिन सेवा दिवस के रूप में मनाया। इससे पहले शिवराज ने मोमेंटो की नीलामी का कार्यक्रम मंगलवार सुबह 74 बंगले स्थित अपने सरकारी निवास पर रखा। उन्होंने कहा कि 13 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे और इस दौरान उन्हें देश-विदेश से सैकड़ों तोहफे और स्मृति चिन्ह मिले हैं। वे उन्हें अपने साथियों और पार्टी कार्यकर्ताओं को देंगें। अब इनकी नीलामी की जा रही है। नीलामी से मिलने वाला सारा पैसा कोष में जमा होगा, जिससे गरीबों का इलाज किया जाएगा।
कांग्रेस ने शिवराज से कहा, यह कैसा दोहरा चरित्र
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा है कि शिवराज सिंह चौहान को नियमानुसार मुख्यमंत्री के रूप में मिले उपहारों व स्मृति चिन्हों को सरकारी खजाने में जमा कराना था। उन्हें अपने पास रखना व बेचना नियम विरुद्ध कार्य है। वैसे भी उनके 15 वर्ष के कार्यकाल में तो घोटालों की भरमार रही फिर गरीबों व असहाय की मदद के लिये किस बात की कमी? सलूजा ने कहा कि मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद शिवराज प्रदेश भर में चार्टर से निरंतर दौरे कर रहे हंै। जिनका खर्च लाखों में? और गरीबों, असहाय व निर्धन लोगों की मदद के लिए बेचारे स्मृति चिन्ह बेचकर धनराशि जुटा रहे है? कैसा दोहरा चरित्र