भोपाल :तमाम खींचतान और वादविवाद के बाद मप्र वक्फ बोर्ड ने राजधानी की मस्जिद हमीदिया की फर्जी सब कमेटी को भंग तो कर दिया है लेकिन यहां की बेशकीमती जमीन की बंदरबांट करने की नीयत रखने वाले अपदस्थ हुए ओहदेदारों का इस जमीन से मोहभंग नही हो पा रहा है। मस्जिद से चंदा कमाने, खुर्दबुर्द की गई जगह को पर कब्जा बनाए रखने और कमेटी में फिर से घुसपैठ करने की नीयत से ये लोग मस्जिद के आसपास विवाद के हालात बनाने से भी नहीं चूक रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि मस्जिद हमीदिया की बर्खास्त की गई फर्जी सब कमेटी के ओहदेदार अब भी मस्जिद में अपनी पहुंच बनाए हुए हैं। वे यहां बिना अधिकार चंदा उगाई भी कर रहे हैं। बताया जाता है कि ये अपदस्थ पदाधिकारी हर रोज मस्जिद के आसपास जमा होकर यहां आने वाले नमाजियों और मस्जिद के दुकानदारों को उकसाते रहते हैं, जिससे यहां विवाद के हालात बनने के आसार बन रहे हैं।
बेच डाली मस्जिद के हौज की जमीन
सूत्रों का कहना है कि मस्जिद में वजू के बनाए जाने वाले हौज की करीब 2 हजार स्क्वायर फुट जगह का भी फर्जी सब कमेटी ने सौदा कर दिया है। इसके बदले बड़ी रकम का लेनदेन किया गया है। वक्फ बोर्ड द्वारा फर्जी सब कमेटी भंग कर दिए जाने के बाद ये ओहदेदार हौज की जमीन को खरीददारों के कब्जे को बरकरार रखने की जुगत में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि इसी मंशा के साथ ये निष्कासित ओहदेदार हर रोज मस्जिद के आसपास देर रात तक बैठकें कर रहे हैं।
दलालों ने करवा दिया जमीन का सौदा
सूत्रों का कहना है मस्जिद हमीदिया से लगी करीब 18-20 हजार स्क्वायर फिट जमीन को कब्जाने औऱ इसका सौदा करने की नीयत से ही फर्जी सब कमेटी बनवाने की कूटरचना की गई थी। जिसमें मस्जिद से जुड़े कुछ लोगों के साथ मुतवल्ली कमेटी के ओहदेदार और कर्मचारी भी जुड़े हुए थे। इसी मामले को लेकर मप्र वक्फ बोर्ड ने वक्फ बोर्ड़ के पूर्व अध्यक्ष शौकत मोहम्मद खान, औकाफ-ए-आम्मा के तत्कालीन सचिव फुरकान अहमद औऱ सह सचिव जुबैर अहमद के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है।
इनका कहना
मस्जिद हमीदिया की सब कमेटी भंग की जा चुकी है। इस कमेटी द्वारा किए गए सौदे भी निरस्त माने जाएंगे। यहां होने वाले कब्जों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
निसार अहमद,
प्रशासक, मप्र वक्फ बोर्ड