भोपाल. आयकर विभाग की टीमों ने रविवार तड़के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी (विशेष कार्याधिकारी) प्रवीण कक्कड़ तथा अन्य लोगों के भोपाल और इंदौर स्थित निजी आवास और अन्य ठिकानों पर छापे मारे हैं. छापों में बड़ी मात्रा में नकदी मिलने की बात सामने आ रही है. वहीं इस छापे के बाद हंगामा शुरू हो गया है. इसी बीच मध्यप्रदेश में पश्चिम बंगाल की तरह पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के बीच टकराव की खबर आ रही है.
कमलनाथ सरकार की पुलिस प्लेटिनम प्लाजा पहुंच गई है और सीआरपीएफ के साथ भिड़ गई है. पुलिस ने भोपाल और इंदौर में छापेमारी के ठिकानों पर घुसने की कोशिश भी की. भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा में आयकर विभाग ने छापेमारी की है. यहां की छठी मंजिल पर प्रतीक जोशी और अश्विनी शर्मा रहते हैं.
जोशी व शर्मा मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ के करीबी हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस की सीआरपीएफ के साथ नोंकझोंक भी हुई है. भोपाल के सिटी एसपी भूपिंदर सिंह ने बताया कि जहां पर रेड हुई है वह आवासीय परिसर है और परिसर में रहने वाले कुछ बीमार लोगों ने स्थानीय एसएचओ से मदद मांगी जिसके बाद हम यहां पहुंचे. वहीं सीआरपीएफ अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस हमें काम नहीं करने दे रही और हम तो अपने वरिष्ठों के आदेश पर यहां आए हैं.
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली से आए आयकर विभाग के दलों ने रविवार तड़के भोपाल व इंदौर में एक साथ छापेमारी शुरू की. आयकर के दलों ने भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा इमारत की छठी मंजिल (जो कक्कड़ का निजी कार्यालय है) और नादिर कॉलोनी स्थित आवास पर छापा मारा. इसके अलावा इंदौर के योजना 74 के आवास, विजयनगर स्थित कार्यालय, डीसीएम हाईट्स के कार्यालय सहित अन्य स्थानों पर छापे मारे गए. कक्कड़ राज्य पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी हैं. कक्कड़ को राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है. वह पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के भी ओएसडी रहे हैं. सरकारी नौकरी छोड़ चुके कक्कड़ वर्तमान में मुख्यमंत्री के ओएसडी हैं.
इसके अलावा आयकर के दलों ने भोपाल के प्लेटिनम प्लाजा में ही चौथी मंजिल पर एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) संचालक अश्विनी शर्मा के यहां भी छापा मारा. इस इमारत के नीचे कई महंगी गाडिय़ां मिली हैं, जो शर्मा की बताई जा रही हैं. सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग के कर्मचारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ कक्कड़ सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर पहुंचे. आयकर विभाग के दलों ने विभिन्न ट्रैवल्स कंपनियों से पर्यटक के तौर पर वाहन किराए पर लिए थे. रविवार तड़के इंदौर में योजना 74 के कक्कड़ के आवास पर आयकर का दल पहुंचा तो पूरा परिवार डर गया. बाद में जब आयकर विभाग के कर्मचारियों के बारे में पता चला तो सभी शांत पड़ गए. सूत्रों ने बताया कि, आयकर दलों को बड़ी मात्रा में नगदी मिलने के साथ ही ऐसे दस्तावेज भी हाथ लगे हैं, जो लेन-देन की कहानी कह रहे हैं.