भोपाल । महिला दिवस से एक दिन पहले कमलनाथ सरकार ने महिलाओं से जुड़े कई वादे पूरे करने पर सैद्धांतिक सहमति बना ली है।
इसके तहत सरकार ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन नि:शुल्क देगी। सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम और शिशु गृह भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा विधवा एवं परित्यक्ता तथा घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए आश्रम बनाए जाएंगे, जिनमें महिलाओं को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण और उत्पाद गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। डीपीआर बनाई जा रही है। आज सबला सभा का विशेष आयोजन : महिलाओं को सत्ता एवं संपत्ति में समान अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कांग्रेस के वचन पत्र में किए गए वादे को पूरा करने प्रदेश में 19 नवंबर को प्रियदर्शिनी सभा होगी। इससे पहले 8 मार्च को ‘सबला सभा’ का विशेष आयोजन किया जाएगा। साथ ही विशाखा मामले में फैसले के अनुरूप वर्कप्लेस की परिभाषा में आंगनबाड़ी, पंचायत और नगरीय निकाय के भवनों को भी शामिल किया जाएगा।
महिलाओं को भी आंगनबाड़ी से खाना
*घरेलू अपराध पर नियंत्रण के लिए अलग से महिला पुलिस हेल्पलाइन बनेगी।
* महिलाओं को कार्य स्थल पर लैंगिक भेद समाप्त करने के लिए प्रशासकीय व्यवस्था।
* बाल विवाह प्रथा, भिक्षावृत्ति प्रथा, दहेज प्रथा, डायन जैसे अंधविश्वास का उन्मूलन करने अभियान चलाया जाएगा।
* गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों से पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाएगा। अभी केवल बच्चों को दिया जाता है।
* बच्चों के लिए समग्र आदर्श नीति यूनिसेफ के सहयोग से बनाई जाएंगी और नए आंगनबाड़ी केंद्र भी खोले जाएंगे।