बालाघाट।जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गत 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 50 जवानों के शहीद हो जाने से देशभर में शोक का माहौल है।देशभर में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर सरकार द्वारा इस घटना का मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की जा रही है।वारासिवनी में गत शुक्रवार को मुस्लिम जमात ने जुम्मे की नमाज के बाद पुलवामा में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए मौन जुलूस निकाला।जुम्मे की नमाज अदा करने के बाद नगर की सभी मस्जिदों से मुस्लिम भाई जामा मस्जिद पहुंचे।जहां से यह मौन जुलूस शुरू हुआ।जुलूस में बड़ी संख्या में शामिल मुस्लिम समाज के युवा बुजुर्ग सभी हाथो में तिरंगा व आतंकवाद विरोधी तख्तियां लेकर चलते रहे।नगर में स्थानीय जामा मस्जिद से शुरू हुआ मौन जुलूस नगर के प्रमुख मार्गों नेहरू चौक,जयस्तंभ चौक से वापस नेहरू चौक होते हुआ गोलीबार चौक पहुंचा।जहा शहीद जवानों की याद में 2 मिंनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।इस दौरान मुस्लिम भाइयो ने पाकिस्तान मुर्दाबाद,हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए।जुलूस में जामा मस्जिद कमेटी के सदर मोहम्मद बशीर खान,इक़बाल कुरैशी,अब्दुल खालिक इमाम जामा मस्जिद, अबू तलाह इमाम ख्वाजा गरीब मस्जिद, जामा मस्जिद सदर बशीर खान, ख्वाजा गरीब नवाज ट्रस्ट के अध्यक्ष मोहम्मद समी कुरैशी, पूर्व सदर अनीस बेग, माजिद खान, सरपंच राजा अली, अरमान खान, नफीस खानफ्फु खान, इकबाल खान, जावेद अली, नौशाद अली, सुहैल अंसारी, राजिक भाई, समीर खैरो, , दाउद दलाल, गुड्डु पठान, अधिवक्ता हारून अल कुरैशी, तालीब भाई, मोहम्मद अब्दुल रब कुरैशी,अजहर भाई, इमरान खान,राजा मिस्त्री,मासूम अली सहित अन्य मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद रहे।