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लापता पायलट अभिनंदन के लिए देश कर रहा है सलामती की दुआ

मिग विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद लापता हुए पायलट अभिनंदन के लिए देशभर में प्रार्थना की जा रही है।

मल्टीमीडिया डेस्क। भारत के लापता पायलट के पाक की हिरासत में होने की खबर के बाद भारत ने पाक को आगाह किया है कि वह पायलट अभिनंदन को किसी भी तरह की हानि न पहुंचाए। साथ ही कुछ तस्वीरें वायरल करने पर भी नाराजगी जताई है। भारत ने इस मामले में पाक को डोजियर सौंपते हुए कहा है कि वह जल्द हिरासत में लिए गए पायलट को रिहा करें।
इससे पहले भारत के सफल एयर स्ट्राइक अभियान के बाद आज सुबह से ही सीमाएं सुलग रही थीं। पाक सेना ने दावा किया कि उसने भी भारतीय सीमा पार कर कार्रवाई की है। इस बीच खबर आई कि भारत का एक M-17 दु्र्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें सवार दोनों पायलट मारे गए। उधर पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के दो विमान मार गिराए और एक पायलट को भी पकड़ लिया है।

पाक विमान को खदेड़ते हुए लापता हुए पायलट अभिनंदन

पहले तो भारत ने पाक के दावे को पूरी तरह खारिज कर दिया, लेकिन जैसे-जैसे दिन गुजरता गया संदेह के बादल भी गहराने लगे और कुछ गड़बड़ होने की आशंका होने लगी। दोपहर तक उच्चस्तरीय मीटिंग के बाद भारत ने स्वीकार किया कि उनके एक पायलट लापता है।

सोशल मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार लापता पायलट का नाम विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान है और वह नासिक के रहने वाले है। अभिनंदन के पिता रिटायर्ड एयर मार्शल वर्धमान चेन्नई में रह रहे हैं । उन्होंने इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है। भारतीय सेना का दावा है कि भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहे पाक विमानों को खदेड़ते वक्त अभिनंदन का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।

पाक सेना ने किया अभिनंदन को पकड़ने का दावा

अभिनंदन के पाक के शिकंजे में होने की सूचना के बाद देशभर से उनकी सकुशल रिहाई की कामना की जा रही है। इस बीच पाक सेना ने 46 सेकेंड का एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें एक शख्स की आंख पर पट्टी बंधी है और वह दावा कर रहा है कि वह भारतीय वायुसेना का विंग कमांडर अभिनंदन है। वीडियो में उन्होंने अपना सर्विस नंबर 27981 बताया है। हालांकि वीडियो की प्रामणिकता की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है। उधर पाक सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा कि हमारा मकसद भारत को अपनी सेना का दम दिखाना था ना कि किसी को नुकसान पहुंचाना।

जिनेवा संधि का करना होता है पालन

विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को लेकर देशभर में चिंता होना वाजिब है, लेकिन जिनेवा संधि के तहत कोई भी देश किसी भी युद्धबंदी के साथ बुरा सलूक नहीं कर सकता है। ना तो उसको डराया-धमकाया जा सकता है ना ही उसका अपमान किया जा सकता है। पकड़े जाने की दशा में उन पर मुकदमा चलाने का प्रावधान है या फिर युद्ध के बाद उनके देश में लौटा दिया जाता है। पकड़े जाने पर युद्धबंदी को अपना नाम, पद और नंबर बताना पड़ता है।

इससे पहले कारगिल युद्ध के दौरान भी ऐसा हादसा हुआ था जब मिग-27 के आक्रमण के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से पायलट नचिकेता पाक की जमी पर पहुंच गए थे। नचिकेता को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से टॉर्चर किया गया और आठ दिन बाद उनको अंतराष्ट्रीय दबाव की वजह से रिहा कर दिया था, लेकिन उसी वक्त अपना विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से पाक की जमीन पर जख्मी होकर गिरे पायलट अजय आहूजा इतने भाग्यशाली नहीं थे और पाक सेना ने उनको अपने कब्जे में लेने के बाद यातना देकर मौत के घाट उतार दिया था।

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