Madhya Pradesh

हैवी ड्रायविंग लायसेंस के लिए इंदौर में फर्जी मार्कशीट व दस्तावेज बनानें वाला 6 सदस्यीय गिरोह पकड़ाया

100 से अधिक फर्जी मार्कशीट, दस्तावेज व सीलें आदि बरामद

इन्दौर। हैवी ड्रायविंग लायसेंस के लिए इंदौर में फर्जी मार्कशीट व दस्तावेज बनानें वाला 6 सदस्यीय गिरोह पकड़ाया है। इनके पास से 100 से अधिक फर्जी मार्कशीट, दस्तावेज व सीलें आदि बरामद किये गए हैं।
पुलिस को आरटीओ कार्यालय में फर्जी अंकसुची के आधार पर हैवी लायसेंस बनायें जाने की सूचना मिली थी। उक्त सूचना के बाद छानबीन में यह ज्ञात हुआ कि हैवी व्हीकल के लायसेंस बनवाये जाने हेतु मार्कशीट की आवश्कता होती है जो उपलब्ध नही होने पर आरटीओ एजेंट बडी रकम लेकर उपलब्ध करा देते है।
इसके आधार पर पुलिस टीम नें एजेंट अर्पित, विकास, प्रेमसागर, नजीर को हिरासत मे लेकर पूछताछ करनें पर उक्त फर्जी मार्कशीट बनाना स्वीकार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि हैवी लायसेंस दो कैटगरी मे अलग-अलग रेट मे बनाते थे।

मार्कशीट ना होनें पर अतिरिक्त रूपयें लेकर रहीस एवं भोला से मार्कशीट बनवाते थे। पुलिस टीम द्वारा भोला एवं रहीस को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो इन्होंने लगभग तीन साल से बडी संख्या में फर्जी मार्कशीट बनाकर फर्जीवाडा करना बताया।

इन्हें किया गिरफ्तार

पुलिस टीम द्वारा उक्त मामलें में गिरफ्तार आरोपियों में अर्पित पिता रमेश अग्रवाल उम्र 29 साल निवासी मयूर नगर मुसाखेडी इन्दौर, विकास पिता रामेश्वर गौंड़ उम्र 28 साल निवासी गवली पलासिया इन्दौर,.
प्रेमसागर पिता धनश्याम शर्मा उम्र 31 साल निवासी 78 स्कीम इन्दौर, नजीर पिता शब्बीर उम्र 38 साल निवासी 94 स्वर्णबाग कालोनी खजराना, रहीस पिता कल्लु खान उम्र 26 साल निवासी मस्जिद के पास सिमरोल और भोला उर्फ मनोज पिता लालचंद राजोले उम्र 46 निवासी ग्राम दुधिया खुडैल इन्दौर है।

आरोपियों के कब्जें से लगभग 100 फर्जी मार्कशीट (बनी हुई एवं कोरी सील गली हुई), विभिन्न स्कुलो की सीलें और विभिन्न थानों की उपयोग की गई सील जप्त की गई। पुलिस टीम द्वारा प्रकरण में बनाये गये सभी फर्जी दस्तावेज संबंधी लायसेंस की जांच की जाएगी। जांच के दौरान आरोपियों की संखया मे भी इजाफा होने की संभावना है।

उक्त कार्यवाही मे वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में तेजाजी नगर थाना प्रभारी नीरज कुमार मेढा, उनि सचिन त्रिपाठी, सउनि दिनेश कुमार, आर देवेद्र परिहार, नितीन और बिजेंद्र की भूमिका रही। उक्त पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रुचिवर्धन मिश्रा द्वारा 10,000 रूपयें नगद इनाम की घोषणा की है।

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