मशहूर पीएनबी घोटाले का आरोपी मेहुल चौकसी जो 13700 करोड़ रुपए का घोटाला कर के एंटीगुआ और बारबुडा भाग गया था, इससे पहले की घोटाले का खुलासा होता उसने जनवरी 2018 में ही एंटीगुआ और बारबुडा के सिटिजनशिप बाय इन्वेस्टमेंट प्रोग्राम (सीआईपी) के तहत वहां की नागरिकता हासिल कर ली थी।अब एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्तन ब्राउन ने सोमवार को कहा कि मेहुल चौकसी की नागरिकता जल्द रद्द कर उसे भारत भेजा जाएगा।
एंटीगुआ के अखबार एंटीगुआ ऑब्जर्वर के मुताबिक ब्राउन ने कहा- ऐसा नहीं है कि हम आर्थिक अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध करवाने की कोशिश कर रहे हैं। हम तय प्रक्रिया का पालन करते हैं। भारत सरकार को इस बारे में बता दिया है। अपराधियों के भी मूलभूत अधिकार हैं। चौकसी का मामला कोर्ट में है। लेकिन, मैं भरोसा दे सकता हूं कि चौकसी के सभी कानूनी विकल्प खत्म होने के बाद उसका प्रत्यर्पण कर दिया जाएगा।
चौकसी ने पिछले हफ्ते कहा था कि उसकी सेहत ठीक नहीं है। पिछले साल सर्जरी के बाद डॉक्टर्स ने लंबा सफर करने से मना किया है। भारतीय एजेंसियां चाहें तो एंटीगुआ आकर पूछताछ कर सकती हैं। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की अदालत में हलफनामा दाखिल कर कहा कि चौकसी को मेडिकल सुपरविजन में भारत लाने के लिए एयर एंबुलेंस देने के लिए तैयार हैं।