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भोपाल में लिफ्ट में फंसे 8 साल के मासूम के पिता की ‘दिल का दौरा’ पड़ने से मौत

Last Updated: May 28, 2025, 03:30 PM IST

बेटे को बचाने की ‘जल्दी’! भोपाल में लिफ्ट में फंसे 8 साल के मासूम के पिता की ‘दिल का दौरा’ पड़ने से मौत

भोपाल के मिसरोद स्थित निरूपम रॉयल पाम कॉलोनी में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। अचानक बिजली जाने से लिफ्ट में फंसे अपने 8 साल के बेटे को बचाने की कोशिश में पिता की जान चली गई। जनरेटर चालू कराने के बाद वे कुछ ही कदम चले थे कि गिर पड़े और फिर कभी नहीं उठे।

हाइलाइट्स

  • भोपाल में 8 वर्षीय बेटे को लिफ्ट से बचाने के प्रयास में पिता की मौत।
  • बिजली जाने से बेटा लिफ्ट में फंस गया था।
  • पिता, ऋषीराज भटनागर (51), जनरेटर ऑन कराने के बाद गिर पड़े।
  • पुलिस दिल के दौरे से मौत की आशंका जता रही है।
  • घटना के बाद लिफ्ट की सुरक्षा और रखरखाव पर सवाल खड़े हुए।

**भोपाल:** मिसरोद के जाटखेड़ी में स्थित निरूपम रायल पाम कालोनी में मातम पसरा है। यहां एक पिता की अपने आठ वर्षीय बेटे को बचाने की कोशिश में जान चली गई। अचानक बिजली जाने से बेटा इमारत की लिफ्ट में फंस गया था। उसको बचाने की जल्दी में पिता दौड़ते हुए जनरेटर तक पहुंचे। उसे चालू करवाने के बाद वे कुछ ही दूर आए थे कि औंधे मुंह गिर पड़े, फिर उठे ही नहीं। बिजली आई, लिफ्ट का दरवाजा खुला।

बेटा सकुशल बाहर आ गया, तब तक पिता की सांस उखड़ चुकी थी। मिसरोद थाने के एएसआई आमोद शर्मा ने बताया कि निरूपम रायल पाम विला कालोनी के टावर नंबर एक के तीसरी मंजिल के फ्लैट नंबर 307 में **ऋषीराज भटनागर (51)** पत्नी और दो बेटों के साथ रहते थे। वे बीमा और प्रापर्टी डीलिंग का काम करते थे। पत्नी एक स्कूल में शिक्षिका हैं। बड़े बेटे हर्षित ने इसी साल 12वीं की परीक्षा पास की है। उनका छोटा बेटा देवांश साढ़े आठ वर्ष का है। ऋषीराज सोमवार रात खाना खाकर नीचे आकर टहल रहे थे। उन्होंने देखा कि छोटा बेटा देवांश अभी खेल रहा है तो उन्होंने उसे घर जाने के लिए कहा और टहलने लगे।

अचानक औंधे मुंह गिर गए:

देवांश लिफ्ट में गया, उसके तुरंत बाद बिजली चली गई। ऐसे में वह लिफ्ट में फंस गया। यह देखकर ऋषीराज दौड़ते हुए गार्ड रूम के पास पहुंचे और जनरेटर का स्विच ऑन करने के लिए कहा। वहां से मुड़कर वे मुश्किल से करीब 25 से 30 कदम ही चले होंगे कि अचानक औंधे मुंह गिर गए।

अस्पताल में डॉक्टरों ने घोषित किया मृत:

इसी दौरान बिजली आ गई। लिफ्ट का दरवाजा खुला और बेटा देवांस सुरक्षित बाहर आ गया। तब तक पिता इस दुनिया से जा चुके थे। उनके गिरने की सूचना पर परिवार और पड़ोसी आनन-फानन में उन्हें लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां डॉक्टर ने चेक कर उनको मृत घोषित कर दिया। पुलिस **दिल के दौरे से मौत** की आशंका जता रही है।

शव आया तो रोई हर आंख:

मंगलवार दोपहर जब उनका शव कॉलोनी में पहुंचा तो सभी आंख में आंसू थे। वह कॉलोनी की समिति के सदस्य थे और सभी की मदद के लिए आगे रहते थे। उनके दोनों बेटे शव के साथ ही थे। पिता को देखकर रोते जा रहे थे। यह देखकर सभी द्रवित थे।

लिफ्ट की व्यवस्था पर खड़े हो रहे सवाल:

इस घटना ने रहवासी इमारतों में लिफ्ट की व्यवस्था और उसके संधारण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अचानक बिजली जाने पर लिफ्ट में लोगों के फंसने की घटनाएं बढ़ी हैं। एएसआई आमोद शर्मा ने बताया कि कॉलोनी की समिति ने जनरेटर रखा है और उसका कनेक्शन लिफ्ट से है, लेकिन वह आटोमैटिक नहीं है। जनरेटर को मैन्युअल ढंग से आन करना पड़ता है। दुर्घटना से पहले बिजली करीब तीन मिनट के लिए गई थी।

 

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