सिवनी: मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के केवलारी इलाके में हुए सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। इस घटना के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा, जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए केवलारी थाना प्रभारी ब्रजेश उइके को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है और उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है। उनकी जगह शिवशंकर रामटेकर को नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है। पुलिस ने इस मामले में 2 नामजद सहित कुल 5 आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।
फिलहाल, सभी आरोपी फरार हैं, और पुलिस की टीमें उन्हें पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही हैं। सिवनी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) स्वयं केवलारी पहुंचे और उन्होंने स्थिति का जायजा लिया। एसपी ने आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए यह भरोसा दिलाया है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, एसपी ने लोगों से कानून अपने हाथ में न लेने की भी सख्त हिदायत दी है।
क्या है सिवनी का दोहरा हत्याकांड?
यह पूरा मामला सिवनी के केवलारी थाना क्षेत्र के परासपानी गांव का है। शुक्रवार रात अमन और रूपक नामक दो युवक केवलारी गए थे। मृतकों के परिवार का कहना है कि उन्हें खेरमाई मंदिर के पास किसी व्यक्ति ने बुलाया था। इसी स्थान पर अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियारों से हमला कर दोनों युवकों को मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। किसी तरह घायल युवकों को केवलारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल सिवनी रेफर कर दिया। हालांकि, गंभीर चोटों के कारण अमन और रूपक को बचाया नहीं जा सका। इस घटना की सूचना मिलते ही केवलारी पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की गहन जांच शुरू कर दी।
हत्याकांड के बाद फूटा लोगों का गुस्सा, मचा बवाल
दोहरे हत्याकांड की खबर फैलते ही लोगों का गुस्सा उफान पर आ गया। आक्रोशित भीड़ ने मंडला रोड पर चक्काजाम कर दिया, जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। इतना ही नहीं, गुस्साए लोगों ने एक शराब की दुकान में भी आग लगा दी और रास्ते में खड़ी कुछ गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। मृतकों के परिजन और गांव के अन्य लोग सड़कों पर उतर आए और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की और थाना प्रभारी को हटा दिया। अब देखना यह है कि पुलिस कब तक फरार आरोपियों को पकड़ने में सफल होती है और इस दोहरे हत्याकांड के पीछे का असली मकसद क्या था।