नई दिल्ली/बालुरघाट: एशिया कप 2025 को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एशिया कप 2025 से अपना नाम वापस ले लिया है, जिससे इस टूर्नामेंट के रद्द होने की संभावना बढ़ गई है। अगर ऐसा होता है तो क्रिकेट जगत में बड़ा बवाल मचना तय है, क्योंकि भारत के बिना एशिया कप का आयोजन मुश्किल है।

इस बीच, पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इस मुद्दे पर बेबाक बयान दिया है। उन्होंने कहा, “क्रिकेट भारत के बिना अधूरा है। एशिया कप में कौन खेलेगा कौन नहीं खेलेगा यह दूसरी बात है। भारत नहीं खेल रहा है, पाकिस्तान खेलेगा कि नहीं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।” मजूमदार का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बावजूद क्रिकेट संबंधों पर तनाव बना हुआ है।
BCCI ने खबरों को बताया ‘अटकलें’:
हालांकि, एशिया कप से भारत के हटने की मीडिया रिपोर्ट्स पर BCCI की ओर से एक बड़ा बयान सामने आया है। BCCI सचिव देवजीत सैकिया (Devajit Saikia) ने इन खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि इस तरह की खबरें ‘पूरी तरह से अटकलें और काल्पनिक’ हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल BCCI का पूरा ध्यान IPL 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न कराने और उसके बाद होने वाली इंग्लैंड सीरीज पर है। एशिया कप या ACC के आगामी टूर्नामेंट्स को लेकर अभी तक कोई चर्चा या फैसला नहीं लिया गया है। सैकिया ने कहा कि जब भी कोई महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा, बोर्ड उसकी घोषणा मीडिया के माध्यम से करेगा।
क्यों उठी थी वापसी की खबरें?
दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते BCCI ने एशिया कप 2025 और महिला इमर्जिंग टीम एशिया कप से हटने का मन बना लिया है। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि BCCI ने ACC (एशियन क्रिकेट काउंसिल) को मौखिक रूप से इस बारे में सूचित भी कर दिया है। इसके पीछे एक बड़ी वजह ACC के मौजूदा अध्यक्ष मोहसिन नकवी को बताया जा रहा था, जो पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री भी हैं। BCCI सूत्रों के हवाले से यह बात सामने आई थी कि भारत ऐसी संस्था के टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेगा, जिसका नेतृत्व पाकिस्तान सरकार का मंत्री कर रहा हो।
भारत-पाक क्रिकेट संबंधों का इतिहास:
ज्ञात हो कि भारत-पाकिस्तान की टीमें एक-दूसरे के खिलाफ सिर्फ एशिया कप और आईसीसी के इवेंट्स में ही आमने-सामने होती हैं। दोनों देशों के बीच राजनीतिक तनाव के चलते द्विपक्षीय सीरीज का आयोजन लंबे समय से बंद है। पिछले एशिया कप 2023 में भी भारत ने पाकिस्तान की मेजबानी में खेलने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद टूर्नामेंट को ‘हाइब्रिड मॉडल’ के तहत खेला गया था, जिसमें भारत के सभी मैच श्रीलंका में आयोजित हुए थे।
अवैध प्रवासियों पर भी मजूमदार का बयान:
क्रिकेट के मुद्दे के साथ-साथ पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बांग्लादेश और म्यांमार से अवैध रूप से भारत में रह रहे लोगों की पहचान करने और उन्हें वापस भेजने के संबंध में गृह मंत्रालय के निर्देश का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत की भूमि भारत के नागरिकों के लिए है और यहां अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को उनके देश वापस भेजा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह वक्त राजनीति करने का नहीं, बल्कि देशहित में सोचने का है।
फिलहाल, BCCI के बयान के बाद एशिया कप 2025 में भारत की भागीदारी पर लगा ‘सस्पेंस’ थोड़ा कम हो गया है, लेकिन क्रिकेट फैंस को अभी भी आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है कि क्या यह टूर्नामेंट भारत की मेजबानी में संपन्न हो पाएगा या नहीं।