प्रकाशित तिथि: 31 मई, 2025
World No Tobacco Day ICMR की रिपोर्ट में खुला: भोपाल में ‘ओरल कैंसर’ का भयानक सच, 70% लोग करते हैं तंबाकू का सेवन!
World NO Tabacco Day 2025 के मौके पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने तंबाकू सेवन और ओरल कैंसर को लेकर एक चिंताजनक रिपोर्ट जारी की है। इसमें खुलासा हुआ है कि मध्य प्रदेश की राजधानी **भोपाल में ओरल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं**, और विशेषज्ञ इसे देश में ओरल कैंसर के मामलों में **दूसरे स्थान** पर बताते हैं। चिंताजनक बात यह है कि भोपाल के करीब **70% लोग तंबाकू उत्पादों का नियमित सेवन करते हैं**, जिससे यह शहर ओरल कैंसर की उच्च प्रवृत्ति वाले क्षेत्रों में शामिल हो गया है।
मुख्य बिंदु
- ICMR रिपोर्ट के अनुसार, भोपाल देश में ओरल कैंसर के मामलों में दूसरे स्थान पर।
- भोपाल के लगभग 70% लोग नियमित रूप से तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं।
- पान मसाले में 28 प्रकार के खतरनाक रसायन (सीसा, तांबा) पाए गए हैं।
- ओरल कैंसर पुरुषों (56%) के साथ-साथ महिलाओं (19%) में भी बढ़ रहा है।
- भोपाल में रोजाना लगभग ₹10 लाख के पान मसाले की खपत।
- ओरल कैंसर के मरीजों की संख्या 3.8% प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है।
- तंबाकू सेवन से सब म्यूकस फाइब्रोसिस (जो ओरल कैंसर में बदल सकती है), फेफड़े, गले का कैंसर, हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और लकवा का खतरा।
**भोपाल:** विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) हर साल 31 मई को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य तंबाकू के सेवन से होने वाले खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। 2025 का यह दिवस भी तंबाकू के खतरों के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करेगा, लेकिन भोपाल के लिए ICMR की रिपोर्ट ने एक गंभीर तस्वीर पेश की है।
देश में हर साल लगभग 10 लाख लोग कैंसर से प्रभावित होते हैं, जिनमें मध्य प्रदेश के 66 हजार से अधिक मरीज शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भोपाल में तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और पान मसाले का व्यापक सेवन होता है, जो ओरल कैंसर के मुख्य कारण हैं।
तंबाकू के खतरनाक रसायन और बीमारियां:
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर (NIHFW) की जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि पान मसाले में 28 प्रकार के खतरनाक रसायन पाए गए हैं, जिनमें सीसा और तांबा जैसी भारी धातुएं शामिल हैं, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक हैं। सीसा तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जबकि तांबा जीन स्तर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
तंबाकू सेवन से फेफड़े, गला, मुंह, अग्न्याशय, गुर्दा और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर होने का खतरा रहता है। इसके अलावा, तंबाकू हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और लकवे जैसी बीमारियों का भी प्रमुख कारण है।
पुरुषों के साथ महिलाएं भी चपेट में:
रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि भोपाल में न केवल पुरुष, बल्कि बड़ी संख्या में महिलाएं भी ओरल कैंसर से ग्रसित हो रही हैं। पुरुषों में कैंसर के मामले लगभग 56 प्रतिशत हैं, जबकि महिलाओं में यह आंकड़ा करीब 19 प्रतिशत है।
डॉ. अंकित जैन, एम्स भोपाल के कैंसर विशेषज्ञ, बताते हैं कि तंबाकू सेवन से मुंह की बीमारी ‘सब म्यूकस फाइब्रोसिस’ होती है, जो समय के साथ ओरल कैंसर में बदल सकती है। यह समस्या तंबाकू खाने वाले 50% लोगों में देखी जाती है।
रोजाना लाखों की खपत:
भोपाल में तंबाकू उत्पादों की खपत बहुत अधिक है। अनुमान है कि यहां हर रोज लगभग 10 लाख रुपये के पान मसाले की बिक्री होती है। बीड़ी, सिगरेट समेत अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन भी बड़े पैमाने पर होता है। विशेषज्ञों ने यह भी कहा कि बढ़ती खपत के चलते ओरल कैंसर के मरीजों की संख्या 3.8 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ रही है, जो एक गंभीर स्वास्थ्य संकट की ओर संकेत करता है।
जागरूकता और रोकथाम जरूरी:
विशेषज्ञों ने लोगों को तंबाकू और पान मसाले के सेवन से बचने और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी है। प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा तंबाकू के खतरों को लेकर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन फिर भी लोग तंबाकू सेवन में कमी नहीं ला पा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि परिवार, विद्यालय और समुदाय स्तर पर व्यापक जागरूकता ही इस बीमारी को कम कर सकती है।
स्थान: भोपाल, मध्य प्रदेश