Bhopal

मध्‍य-प्रदेश पुलिस में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी – वी.के.सिंह

भोपाल: 08 मार्च 2019/ श्रष्टि के लिये महिलायें ईश्‍वर का सबसे बड़ा वरदान है। इसलिये महिलाओं के साथ भेद-भाव सबसे बड़ा अन्‍याय है। खुशी की बात है मध्‍य-प्रदेश पुलिस में अन्‍य विभागो की अपेक्षा ज्‍यादा महिलायें आ रही है। पुलिस महिलाओं के सहयोग,सम्‍मान व सुरक्षा के लिये सदैव तत्‍पर है। इस आशय के विचार पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह ने व्‍यक्‍त किये।  सिंह पुलिस मुख्‍यालय में अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्‍य में आयोजित हुए महिला सम्‍मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।

महिला सशक्तिकरण के लिये समर्पित इस कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को पुलिस महानिदेशक  विजय कुमार सिंह ने अंतर्राष्‍ट्रीय महिला दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर महिला कलमकारों एवं पत्रकारों को विशेष रूप से सम्‍मानित किया गया। पुलिस महानिदेशक ने कहा महिला सशक्तिकरण के प्रयासों में महिला पत्रकार भी अहम भूमिका निभा रही हैं। कार्यक्रम में अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक अपराध अनुसंधान  राजीव टंडन, अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक गुप्‍तवार्ता कैलाश मकवाना, अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध अन्‍वेष मंगलम एवं पुलिस महानिरीक्षक प्रशासन श्रीमती मीनाक्षी शर्मा सहित अन्‍य वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारीगण व मुख्‍यालय की समस्‍त महिला अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थी।

पुलिस महानिदेशक  सिंह ने कहा कि महिलाएं बेझिझक पुलिस के सामने अपनी बात रख सकें इसके लिये प्रदेश के सभी थानों में महिला सुविधा कक्ष बनाये जा रहे है। इस कड़ी में 676 पुलिस थानों में महिला सुविधा कक्ष बनाने के लिये 40 करोड़ रूपये की किश्‍त जारी की गई है। महिलाओं को आत्‍मसुरक्षा का प्रशिक्षण भी पुलिस द्वारा दिया जा रहा है। उन्‍होंने कहा पुलिस मुख्‍यालय में भी महिलाओं के सहयोग के लिये ” महिला डेस्‍क” बनाई गई है। पुलिस महानिदेशक ने कहा वर्तमान में कानून भी पूरी तरह महिलाओं के अनुकूल है। अब सभी की सामूहिक जवाबदेही है कि महिलाओं के साथ अत्‍याचार करने वालो को कड़ी सजा तो मिले मगर महिला कानून का दुरूपयोग न हो। इसमें मीडिया का सहयोग भी जरूरी है। उन्‍होंने कहा शिक्षा से समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्‍मक बदलाव आ रहे है। महिलाओं का न केवल प्रतिनिधित्‍व बढ़ा है बल्कि युद्ध क्षेत्र से लेकर हर मंच पर महिलाओं ने अपनी क्षमता का लोहा मनवाया है।

अतिरिक्‍त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध अन्‍वेषमंगलम ने कहा महिला अपराध को पुलिस पूरी गंभीरता से ले रही है। बारह वर्ष से कम आयु की बालिकाओं के साथ होने वाले उत्‍पीड़न को चिन्हित अपराधों की श्रेणी में लिया जाता है। साथ ही डीएनए परीक्षण के जरिये अपराधियों को सजा दिलाई जा रही है। उन्‍होंने कहा म.प्र. में महिला दुराचार के दोषी 7 अपराधियों को डीएनए परीक्षण के आधार पर मृत्‍युदंड की सजा दिलवाई गई है। श्री मंगलम ने बताया कि महिला सुरक्षा को ध्‍यान में रखकर 10 हजार सीसीटीवी कैमरे प्रदेश भर में लगवाये गये है। साथ ही महिला सुरक्षा के लिहाज से सार्वजनिक स्‍थल चिन्हित कर वहां विशेष पेट्रोलिंग की जा रही है। डायल-100 सेवा द्वारा दो लाख महिलाओं की मदद की गई है। उन्‍होंने बताया प्रदेश में एक लाख बालिकाओं को आत्‍मसुरक्षा का प्रशिक्षण दिलाया गया है।

एआईजी सुश्री सिमाला प्रसाद ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर महिला पत्रकारो ने भी विचार व्‍यक्‍त किये। महिला कलमकारो ने महिला सशक्तिकरण से संबंधित अपने अनुभव साझा किये। साथ ही उपयोगी सुझाव भी दिये।

 

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