स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए साझा रणनीति पर हुआ गहन विचार मंथन
भोपाल 15 मार्च 2019/ लोकसभा आम चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष, र्निविघ्न एवं शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न कराने के मकसद से आयोजित हुई पुलिस महानिदेशकों एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की अंतर्राज्यीय समन्वय बैठक में साझा रणनीति पर गहन विचार मंथन किया गया। बैठक में तय किया गया कि विभिन्न राज्यों को छूने वाले मध्यप्रदेश के सभी बार्डर पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी। खासतौर पर अवैध शराब, हथियार और गैर वाजिब धनराशि की आवाजाही को सख्ती से रोका जाएगा। साथ ही समीपवर्ती राज्य अपराधिक तत्वों की सूची को साझा करेंगें और अभियान बतौर अपराधियों की धरपकड़ की जाएगी। सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखकर भड़काऊ खबरें प्रसारित करने वालो से भी सख्ती से निपटा जाएगा।
शुक्रवार को यहां पुलिस मुख्यालय में राजस्थान के पुलिस महानिदेशक श्री कपिल गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित हुई अंतर्राज्यीय समन्वय बैठक में मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह, उत्तरप्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी.सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था महाराष्ट्र रजनीश सेठ, गुजरात संजय श्रीवास्तव व छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिनिधि के रूप में पुलिस महानिरीक्षक हिमांशु गुप्ता तथा मध्यप्रदेश सहित इन सभी राज्यों के अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे राजस्थान के पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग ने कहा सीमावर्ती राज्यों की पुलिस आपसी समन्व्यय बनाकर लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र और निष्पक्ष ढ़ंग से संपन्न कराए। उन्होनें कहा खुफिया सूचनाओं का आदान-प्रदान जरूर करें, जिससे तत्परता से और प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने कहा बॉर्डर पर संबंधित राज्यों के पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से भ्रमण करें, जिससे साफ संदेश पहुंचे कि चुनाव में बाधा डालने की जुर्रत करने वाले आपराधिक तत्व बचने नहीं पाएंगे। उन्होनें कहा जिलेवार विशेष दल गठित कर वारंटियों की गिरफ्तारी की जाए। इस दिशा में जितनी अच्छी कार्रवाई होगी, उतने अच्छे चुनाव भी होगें। श्री सिंह ने नक्सलवाद से प्रभावित जिलों में भी साझा रणनीति के तहत चुनाव के दौरान पुलिस कार्रवाई करने पर भी विशेष जोर दिया। साथ ही सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि मध्यप्रदेश पुलिस की और से चुनाव के दौरान पूर्ण सहयोग मिलेगा।
उत्तरप्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ.पी.सिंह ने कहा कि बंदूक की दुकानों पर कारतूसो की आडिट जरूर कराए, जिससे कारतूसो के दुरूपयोग की संभावना को रोका जा सके। साथ ही बॉर्डर वाले जिलो के आर्म्स डीलर व शराब ठेकेदारो के नाम एक-दूसरे राज्य की पुलिस को जरूर दिए जाए, जिससे अनियमितता सामने आने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने समीपवर्ती राज्यों के अपराधियों के नाम साझा करने को भी कहा, जिससे संयुक्त कार्रवाई कर इन अपराधियों को चुनाव से पहले हवालात भेजा जा सके।
गुजरात के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय श्रीवास्तव ने कहा गुजरात में शराब बंदी कानून लागू है, इसलिए सीमावर्ती राज्य की पुलिस गुजरात से सटे जिलो में शराब परिवहन पर विशेष निगरानी रखे। महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों ने भी चुनाव के मद्देनजर बनाई गई अपने-अपने राज्यो की कार्ययोजना पर प्रकाश डाला।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता कैलाश मकवाना ने मध्यप्रदेश पुलिस की ओर से प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया। साथ ही अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय यादव, राजीव टंडन, एस.डब्ल्यू नकवी, उपेन्द्र जैन, संजीव शमी व जी.पी.सिंह तथा पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था श्री योगेश चौधरी व पुलिस महानिरीक्षक श्री मकरंद देउस्कर ने भी चुनाव के मद्देनजर उपयोगी सुझाव दिए।
बैठक की मेजबानी कर रहे मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक सिंह ने अंत में सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए।
नाकों पर लगेगें सीसीटीवी कैमरे
अंतर्राज्यीय समन्वय बैठक में निर्णय लिया गया कि चुनाव के मद्देनजर बनाए जा रहे नाकों एवं पहले से स्थापित नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएगें। साथ ही हर नाके पर वाहनों की कड़ाई से जांच की जाएगी। प्रावधानों से अधिक नगद राशि बगैर वाजिब दस्तावेजों के निकलने नही दी जाएगी। सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने पिछले चुनाव के अनुभव भी बैठक में साझा किए। साथ ही अपने-अपने राज्यों में स्थापित किए गए नाकों की जानकारी भी दी।