होली का त्यौहार बहुत ही अच्छा होता है और हर कोई इससे खेलना चाहता है। लेकिन इस बात से डरते हैं कि कहीं कोई रंग नुकसान ना कर दें। इससे अच्छा है आप बाहर से ना खरीदते हुए घर में ही कलर बना लें। नैचरल तरीके से बनाएग गए रंग आपको हर परेशानी से बचाएंगे। आज हम आपको बता रहे हैं कि घर पर ही ऐसे रंग बनाए जा सकते हैं जो नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
चंदन से बने कलर
चंदन से बना रंग त्वचा के लिए बिलकुल भी हानिकारक नहीं है. इससे सुर्ख लाल और मुल्तानी रंग बनते हैं। लाल सूखा रंग बनाने के लिए लाल चंदन की लकड़ी के पाउडर में सूखे लाल गुड़हल के फूल पीसकर मिलाएं। गीला लाल रंग बनाने के लिए चार चम्मच लाल चंदन पाउडर को पांच लीटर पानी में डालकर उबालें और इसे 10 लीटर पानी में मिलाकर डाइल्यूट करें।
अनार के दानों को पानी में उबालने से भी गाढ़ा लाल रंग आता है। इन रंगों से बच्चे होली खेलेंगे तो इससे किसी नुकसान का डर भी नहीं है।
फूलों से बनेगा खुशबू वाला गुलाल
होली के रंग फूलों से भी बनते हैं। इसके लिए गुड़हल और सेमल के फूलों से गहरा नारंगी और हल्का लाल रंग तैयार किया जा सकता है। फूल तोड़ने के बाद साफ करें और सूखने दें। होली से एक दिन पहले इसे बाल्टी में या फिर बोतल में डालकर इसमें पानी भर दें। इन्हें अब पूरी रात के लिए छोड़ दें। यह गहरा नारंगी रंग तैयार हो जाएगा। इससे खुशबू भी आएगी। घर में नेचरल कलर बनाकर होली के मौके पर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को यह रंग तोहफे में भी सकती हैं, ताकि सभी अच्छे रंगों से होली खेलें।