Bhopal

भोपाल:उर्पाजन में आने वाली कठिनाईयों का तत्काल हो निराकरण : कलेक्टर

समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की तैयारी पूरी, 43 केन्द्र स्थापित, नोडल अधिकारी रखेंगे व्यवस्थाओं पर नजर

भोपाल। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी की समस्त तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 25 मार्च से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी के लिए जिले में 43 खरीदी केन्द्रों स्थापित किए गए हैं। इस व्यवस्था पर नजर रखने के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी डा. सुदाम खाड़े द्वारा बनाए गए नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। कलेक्टर डॉ. सुदाम खाड़े ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे उपार्जन अवधि में केन्द्र पर उपस्थित रहें और आनेवाली कठिनाईयों तथा समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जाए।

ज्ञात हो कि फन्दा विकासखंड में 22 और बैरसिया विकासखंड में कुल 21 खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं । नोडल अधिकारियों से कहा गया है कि वे उपार्जन केन्द्र से पंजीकृतकिसानों की एसएमएस शेड्यूलिंग व्यवस्थित करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि खरीदी केन्द्रों पर विक्रय हेतु आ रहा गेहूँ निर्धारित स्पेसिफिकेशन (एफएक्यू) के अनुसार ही शासन द्वारा घोषित मूल्य पर खरीदा जा रहा है । यदि खरीदी केन्द्र पर किसी किसान द्वारा लाया गया गेहूँ अमान्य किया जाता है तो एसे गेहूँ का सेम्पल संबंधित उपार्जन संस्था के अधिकृत कम्रचारी से प्रमाणित कराया जाकर हस्ताक्षर सहित संबंधित खरीदी केन्द्र पर सुरक्षित रखा जाये एवं इसकी जानकारी रखी जाये ।

तौलकांटा के साथ रखें मॉइश्चर मीटर

आवंटित केन्द्रों पर जिला प्रशासन के निर्देशानुसार सम्पूर्ण खरीदी अवधि में आवश्यक व्यवस्थाएं रहेंगी। जिनमें पर्याप्त संख्या में सत्यापित तौल कांटा, मॉइश्चर मीटर, समर्थन मूल्य एवं गुणवत्ता के मापदण्ड का बैनर, बारदाना, सिलाई मशीन, धागा, स्टेनशिल, छापा, तिरपाल, छलना, परखी, पेयजल, छायादार बैठक व्यवस्था, शौचालय इत्यादि की व्यवस्था शामिल है।

भंडारन और परिवहन पर भी रखें नजर

कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केन्द्र पर तौल स्थान पर गेहूं की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जरूरी इंतजाम हों, जिससे गेहूं की गुणवत्ता प्रभावित न हो। गोदामों से मैपिंग अनुसार उपार्जित गेहूँ का सुरक्षित भंडारण और व्यवस्थित परिवहन भी नोडल अधिकारी सुनिश्चित करेंगे ।

समिति की जवाबदारी न रहे

नोडल अधिकारियों को हिदायत देते हुए डा. खाडे ने कहा कि उपार्जित गेहूं परिवहन की स्थिति में गेहूं को समिति से मैप किए गए तौल कांटे से परिवहनकर्ता को तौल कर रिकार्ड रखा जाए, ताकि गोदाम पर जमा होने पर होने वाली परिवहन कमी के लिए समिति की जवाबदारी न रहे। उपार्जन केन्द्रों पर तैनात नोडल अधिकारी उपार्जन केन्द्र पर उपलब्ध निरीक्षण पंजी में प्रतिदिन निरीक्षण टीप अंकित करेंगे।

एसडीएम -जिला प्रशासन से रखें सतत सम्पर्क

डीएम डा. खाडे ने नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे उपार्जित गेहूं का उपार्जन केन्द्र पर सुरक्षित भंडारण, समय पर परिहवन एवं गोदामों में भंडारण सुनिश्चित कराएंगे। नोडल अधिकारी किसी भी उपार्जन केन्द्र पर निर्देशानुसार उपार्जन कार्य नहीं होने की स्थिति में एवं अन्य कठिनाईयों के संबंध में अथवा कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित होने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं जिला प्रशासन को समय पर सूचना देंगे, जिससे तत्काल उचित व्यवस्था की जा सके।

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