गर्मियों के मौसम में सबसे ज्यादा कोई जूस पीया जाता है तो वह है गन्ने का जूस लेकिन गन्ने के जूस को क्या डायबिटीजी के मरीज पी सकते हैं यह सवाल हर एक के मन में होता है। डायबिटीज के मरीजों की संख्या भारत में लगातार बढ़ रही है। गन्ने का जूस पीएं या न पीएं ये सवाल उन लोगों का भी होता है जिनके परिवार में कोई डायबिटीज का रोगी रहता है। जिनके परिवार में डायबिटीज का रोगी रहता है उनमें डायबिटीज की संभावना बहुत ज्यादा होता है। जो लोग मोटापा के शिकार है उनमें भी यह सवाल घर करता है कि उनको गन्ने का जूस पीना चाहिए या नहीं। गन्ने के जूस में स्वाद औ मीठास का अद्भुत मेल होता है हर कोई इसका स्वाद लेना चाहता है।
आइए जानते गन्ने के जूस के बारे में कुछ खास बातें।
डाइट एक्पर्ट्स की मानें तो जो लोग डायबिटीज के शिकार हैं उनको गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए क्योंकि गन्ने के जूस में पर्याप्त मात्रा में शुगर पाया जाता है जो डायबिटीज मरीज के शुगर लेवल को बढ़ा देता है।
डायबिटीज मरीजों के अलावा जिनको बार-बार खांसी या बलगम की समस्या रहती है उनको भी गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए। गन्ने का जूस पीने से कफ की समस्या बढ़ने लगती है और लोगों को और भी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
जो लोगो पेट की बीमारियों से परेशान रहते हैं उनको भी गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए। गन्ने के जूस का अधिक सेवन करने से लोगों में पेट कीड़े भी बढ़ जाते हैं। इसलिए अगर कोई पाचन संबंधी परेशानी है तो गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए।
अगर आप मोटापा के शिकार है तो आपको गन्ने का जूस नहीं पीना चाहिए। गन्ने के जूस में पर्याप्त मात्रा में शुगर पाया जाता है जो आपके शुगर लेवल को बढ़ा सकता है और धीरे-धीरे डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं।
जो लोग वर्कआउट और एक्सरसाइज नहीं करते हैं उनको भी गन्ने के जूस का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। गन्ने के जूस में बहुत ज्यादा मात्रा में कैलोरिज और शुगर होती है जो नुकसान पहुंचाती है।