Bhopal

स्कूल हों चमचमाते, बेहतर हो शिक्षा का वातावरण-संभागायुक्त

भोपाल। संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव की कार्ययोजना है कि भोपाल संभाग के सरकारी स्कूल नए शिक्षा सत्र में जब खुले तो वे रंगे-पुते और सुखद परिवेश का संदेश देते लगें। शुक्रवार को उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ पांच सूत्रीय कार्य योजना को अंतिम रूप दिया और सभी कलेक्टर को पत्र लिखकर इस पर हर हाल में अमल कराने की अपेक्षा की है।

बैठक में सभी शालाओं की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई, प्रयोग शालाओं का संवर्धन, शालाओं की अकादमिक मानीटरिंग, आमजनों की शिक्षण कार्य में ‘विद्या-दान’ के रूप में सहभागिता और मादक पदार्थों की रोकथाम के प्रभावी उपायों को अमल में लाया जाएगा। संभागायुक्त ने कहा कि इस कार्यक्रम से पूर्व में संचालित कार्यक्रम आदि प्रभावित नहीं हों । उन्होंने प्रत्येक बिन्दु के क्रियान्वयन और देखरेख के लिए संभाग, जिला और विकासखंड स्तर पर मानीटरिंग समितियां भी गठित की हैं।

प्रयोगशालाएं होंगी सुसज्जित

इस कार्य योजना में जिला स्तर पर चलित प्रयोगशाला के साथ ही सभी विद्यालयों की प्रयोग शालाओं को सुसज्जित किया जाएगा। प्रयोगशालाओं की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक माड्यूल भी बनाया गया है।

प्रतिभा पर्व में तय होगा डी और ई ग्रेड

अकादमिक मानीटरिंग के तहत प्रतिभा पर्व में डी और ई ग्रेड की सभी शालाओं को अप्रैल और जुलाई में भ्रमण कर वस्तुस्थिति पता की जाएगी और विद्यार्थियों तथा शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, कक्षाओं के व्यवस्थित संचालन, ब्रिज कोर्स का संचालन, शिक्षकों को ओरियंटेशन और विद्यार्थियों की वर्क-बुक पर विशेष फोकस रहेगा।

स्वयंसेवकों की होगी नियुक्ति

विद्यादान को भी कार्ययोजना का बिन्दु जन भागीदारी के लिहाज से बनाया गया है। ऐसी शालाओं को चिन्हित किया जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है, वहां के लिए पढ़ाने वाले स्वयं सेवकों का चयन किया जाएगा। इन स्वयं सेवकों को उनकी रूचि के अनुसार प्रशिक्षित कर और आवश्यक शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराकर अध्यापन कार्य कराया जाएगा।

नशामुक्ति के लिए बनेगी टीमें

मादक पदार्थों के सेवन से जीवन को बचाने के लिए नशामुक्ति कार्यशालाएं, पीटीएम, विद्यार्थियों के नशामुक्त क्लब बनाए जाएंगे और नशा मुक्ति के लिए जागरुकता लाई जाएगी।

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