लोकसभा चुनाव की सरगर्मी अब पहले पड़ाव पर पहुंच चुकी है। 11 अप्रैल यानी गुरुवार को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे। प्रचार-प्रचार शाम पांच बजे थम जाएगा। लेकिन, इससे पहले नॉर्थ-ईस्ट में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। नागलैंड में एक साथ करीब 37 सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस सियासी बदलाव से हड़कंप मच गया है।
जानकारी के मुताबिक, सभी सदस्यों ने देर सोमवार पार्टी से इस्तीफा दिया है। इस्तीफा देने वालों का कहना है कि देशभर में फैल रही हिंदुत्व की विचारधारा ‘नगा’ लोगों से सहन नहीं हो रही। प्रदेश अध्यक्ष को लिखी चिट्ठी में सदस्यों ने कहा कि वे इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं, क्योंकि वे पार्टी के सिद्धांतों से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
खासतौर से ‘हिंदुत्व नीति’ से। वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है वे सभी कांग्रेस उम्मीदवार केएल चिशी के संबंध रखते हैं।
पार्टी के नेताओं का यह भी कहना है कि इन इस्तीफों से लोकसभा चुनाव परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। प्रदेश अध्यक्ष इमना अलॉन्ग ने कहा कि इस्तीफा देने वालों में तीन नेता कार्यकारिणी सदस्य थे। लेकिन, ज्यादातर नेता जुन्हेबोटो जिले के रहनेवाले हैं जहां से कांग्रेस उम्मीदवार आते हैं।वहीं, त्रिपुरा में भी भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के सहयोगी संगठन इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट आफ त्रिपुरा (IPFT) के उपाध्यक्ष अनंत देबवर्मा IPFT के कई कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। अब देखना यह है कि इसका असर चुनाव परिणाम पर पड़ता है या फिर भाजपा की किस्मत चमकेगी?