भोपाल। मध्यप्रदेश में यादव समाज की आबादी तकरीबन 12 प्रतिशत है, प्रदेश में 80 लाख यादव रहते हैं, जिनमें से करीब 50 लाख मतदाता है। इसके बाद भी प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस द्वारा टिकट वितरण में उनकी उपेक्षा की गई। इसका परिणाम उन्हें चुनाव में भुगतना होगा। ये चेतावनी है यादव महासभा मप्र की संगठन के पदाधिकारियों ने राजनीतिक दलों को दी। महासभा के प्रदेशाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह मंडलोई ने कहा कि यादव समाज को उनकी आबादी के अनुपात में प्रतिनिधित्व देने के लिए भाजपा और कांग्रेस को यादव महासभा ने ज्ञापन सौंपे गए थे। जिसमें दोनों दलों से मप्र में चार-चार सीटें देने का अनुरोध किया था, लेकिन कांग्रेस ने खण्डवा और ग्वालियर में यादव समाज से उम्मीदवार बनाया है। जबकि भाजपा ने प्रदेश में सिर्फ एक ही सीट गुना-शिवपुरी से यादव समाज के व्यक्ति को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है। डा.मनोज यादव ने कहा कि यादव समाज भाजपा के इस कृत्य की घोर निंदा करता है। यादव महासभा मप्र समाज के लोगों से ऐसे लोगों को चुनाव में मुंह तोड़ जवाब देने का आव्हान करती है।
