Bhopal

हेमंत करकरे पर सुमित्रा महाजन के बिगड़े बोल, कहा- ATS के तौर पर ठीक नहीं थे करकरे

बीजेपी की वरिष्ठ नेता और मौजूदा लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन  ने पूर्व एटीएस  प्रमुख शहीद हेमंत करकरे पर विवादित टिप्पणी की है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सुमित्रा महाजन ने हेमंत करकरे की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। बता दें कि सुमित्रा महाजन एमपी की इंदौर  लोकसभा सीट से 8 बार सांसद रह चुकी हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के हेमंत करकरे पर विवादित बयान के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई थी। सभी राजनीतिक दल साध्वी प्रज्ञा के विरोध में एकजुट हो गए थे।

इस बात को अभी कुछ ही दिन बीते थे कि अब सुमित्रा महाजन ने शहीद करकरे पर टिप्पणी की है।

सुमित्रा महाजन ने कहा कि कर्तव्य निभाते हुए करकरे की मौत हुई, इसलिए वो शहीद हैं, लेकिन एटीएस चीफ़  के तौर पर उनकी भूमिका ठीक नहीं थी। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक सुमित्रा महाजन ने कहा कि हेमंत करकरे के दो पहलू थे। उनकी ड्यूटी के दौरान मौत हुई, इसलिए वह शहीद हैं। लेकिन अगर एक पुलिस अधिकारी के तौर पर उनकी भूमिका ठीक नहीं थी, तो हम कहेंगे कि वह सही नहीं थे।

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि मेरे पास इस बात का कोई सबूत तो नहीं है, लेकिन सुना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भोपाल से पार्टी प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के करकरे से काफी अच्छे संबंध थे। इसी बीच सुमित्रा महाजन ने दिग्विजय सिंह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जब सिंह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने बार-बार आरएसएस (RSS) पर बम बनाने और आतंकी संगठन में तब्दील होने के आरोप लगाए थे। महाजन ने आरोप लगाया कि सीएम के इशारे पर महाराष्ट्र एटीएस ने इंदौर से कई लोगों को गिरफ्तार किया था।

बता दें कि नवंबर, 2008 में महाराष्ट्र एटीएस ने प्रज्ञा ठाकुर के अलावा दिलीप पाटीदारको भी इंदौर से हिरासत में लेकर टॉर्चर किया था। सुमित्रा महाजन ने कहा कि पाटीदार को सवाल पूछने के लिए ले जाया गया था, लेकिन वह आज तक नहीं लौटे। उनके गायब होने का मुद्दा संसद में भी उठा था। अब उनका मामला कोर्ट में है। उन्होंने आरोप लगाया कि पाटीदार की पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई थी।

Please follow and like us:
Pin Share

Leave a Reply