• आरोपी फर्जी कॉल सेंटर चलाने वालों का मुखिया है।
• आरोपी की है दिल्ली में प्रॉपर्टी जिसमें चलाता था कॉल सेंटरों का गोरख धंधा।
• गिरोह के अन्य सदस्य पहले से ही जेल की सलाखों के पीछे है बंद।
• बेरोजग़ार लोगों को बनाते थे निशाना।
• कॉल सेंटर चलाने के लिए आरोपी देता था कम्प्युटर ईंटरनेट कनेक्शन।
• आरोपी विदेश भागने की तैयारी में था।
• आरोपी ने किया खुलासा , गिरोह को देता था फर्जीवाड़ा करने के लिए कंप्यूटर, ईटरनेट तथा ऑफिस की व्यवस्था।
• आरोपी का जारी किया था लुक आउट सर्कुलर। जार्जिया भागने की फिराक में था लुक आउट सर्कुलर पर पकड़ा ईमीग्रेशन नई दिल्ली अधीकारियों ने।
भोपाल:सायबर थाना भोपाल के अपराध क्रमांक 119/18 में एक और आरोपी को गिरफ्तार करने में सायबर पुलिस ने सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान जसप्रीत सिंह सचदेवा पिता कुलदीप सिंह सचदेवा उम्र 32 वर्ष निवासी तिलक नगर नई दिल्ली होना पाया गया। आरोपी कई दिनों से अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहा था। सायबर पुलिस भोपाल ने दिल्ली ईमीग्रेशन की सहायता से आरोपी जसप्रीत को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। आरोपी जार्जिया जाने की तैयारी में था। प्रकरण में इससे पहले अपराध मे तीन और आरोपी दिल्ली से गिरफ्तार किये जा चुके है। आरोपी जसप्रीत उक्त अन्य आरोपीयो के साथ मिलकर अपने ही तिलक नगर/ अशोकनगर दिल्ली स्थित कार्यालय से चलाता था एक गिरोह जो बैरोजगार लोगो को नौकरी का झांसा देकर करता था लाखों रुपये की ठगी। आरोपी गिरोह को कॉल सेंटर चलाने के लिये उपलब्ध कराता था कंप्यूटर, इंटरनेट, ऑफिस बॉय एवं अन्य जरुरी सुविधायें। उक्त गिरोह बैरोजगारो को फोन कर देते थे नौकरी देने का वादा व बदले मे लेते थे मोटी रकम। खुद की बनाई हुई फर्जी वेबसाइट ” www.shinework.in” पर करवाते थे 10 रुपये का रजिस्ट्रेशन ओर कर लेते थे 10010 रुपये अपने खाते मे ट्रांसफर। इसी प्रकार से प्रकरण में फरियादिया को फोन के माध्यम से संपर्क किया गया एवं 10 रूपये के रजिस्ट्रेशन के बहाने खाते से 10010 की राशि आहरण की गई। आरोपी ने पूछताछ मे खुलासा किया कि वह उक्त गिरोह के प्रत्येक सदस्य से 4000 रुपये प्रति माह की राशि फर्जीवाड़ा ऐवज मे लिया करता था ओर इसी उद्देश्य से आरोपी ने अपने दो मकानो मे लगभग 200 कम्प्यूटर की व्यवस्था कर रखी थी। आरोपी इसी प्रकार से दिल्ली मे खुलेआम चलवाता था फर्जी कॉल सेंटर। आरोपी की पत्नी जॉर्जिया यूरोप महाद्वीप की नागरिक होने से वह हमेशा के लिए देश छोड़कर भागने का प्रयास कर रहा था। सायबर पुलिस ने पहले से ही आरोपी के विरूद्ध लुक आउट सर्कुलर जारी किया था जिसके चलते वह एयरर्पोट पर दिल्ली पुलिस के माध्यम से पकड़ा गया। आरोपी से पूछताछ के दौरान पता चला कि वह उक्त घटना को कई वर्षों से अंजाम दे रहा था एवं उसके गिरोह के अन्य साथी साहिल डागर व सोनल सिंह अभी फरार हैं।
उक्त आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक लोकपाल सिंह भदौरिया, उपनिरीक्षक सुनिल चतुर्वेदी, आर.मंजीत ठाकुर, आर.अशुतोष शर्मा की सराहनीय भूमिका रही।