मध्य प्रदेश के मुख्यामंत्री कमलनाथ ने किसान कर्ज माफी को लेकर हो रहे वार-पलटवार के बीच कहा कि चुनाव में असली मुद्दा किसान कर्ज माफी है और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मान लिया है कि उनके भाई का भी कर्ज माफ हुआ है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, “भले सारे प्रमाण हमने सामने ला दिए हैं लेकिन असली मुद्दा कर्ज माफी ही है, किसानों के खाते में राशि आना है। जो हमने किया है। 21 लाख किसानों के खाते में राशि हमने पहुंचाई है। जिसे ख़ुद शिवराज सिह ने भी स्वीकारा है।
कमलनाथ ने किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ किए जाने की फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए थे. उसके बाद किसानों से आवेदन भराए गए. भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की कर्ज माफी का झूट बोलने का आरोप लगाया. उसके बाद राजनीति तब गरमा गयी जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को ग्वालियर में कर्जमाफी वाली सूची में शिवराज सिह चौहान के भाई रोहित और चाचा के लड़के का नाम होने का दावा किया था.
इसके जवाब में शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मेरे भाई रोहित सिह ने कर्जमाफी का आवेदन ही नहीं किया था, फिर भी कर्ज माफ कर दिया गया, यह साजिश है. मुख्यमंत्री कमलनाथ बताएं कि उनके (चौहान) परिवार पर इतनी मेहरबानी क्यों.”
चौहान ने भाई रोहित सिंह द्वारा कर्ज माफी के लिए आवेदन न करने का दावा किया तो सागर के बीना कस्बे की सभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चौहान के भाई रोहित सिह चौहान और उनके चाचा के लड़के के कर्जमाफी आवेदन की प्रति को सार्वजनिक तौर पर दिखाया.
आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति तो लोकसभा चुनाव के परिणाम के साथ ही थमेंगी,देखने योग्य ये होगा की कर्जमाफी मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फायदा पहुंचाती है या कर्जमाफी के झूट का आरोप लगाने वाली भाजपा को।