गुजरात के नगर सूरत के लिम्बायत इलाके के हनुमान मंदिर में रविवार को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मनाने के लिए हिंदू महासभा के छह कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया. इन लोगों ने मंदिर में गोडसे की तस्वीर के सामने दिए जलाए और मिठाइयां बांटी. इतना ही नहीं हिंदू महासभा के लोगों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर राजघाट में महात्मा गांधी की समाधि को हटाने की मांग भी की है. इस घटना की जानकारी होते ही सोमवार को 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सूरत पुलिस आयुक्त सतीश शर्मा ने कहा, ‘‘गोडसे के जन्मदिन के समारोह के दौरान इन हिंदू महासभा के सदस्यों ने मंदिर परिसर में गोडसे की तस्वीर के पास दिये जलाए, मिठाइयां बांटी और भजन गाए. यहां तक कि उन्होंने कार्यक्रम की वीडियो बनाई और तस्वीरें ली.”उन्होंने कहा, ‘‘गांधी जी की हत्या करने वाले गोडसे के जन्मदिन का जश्न मनाने की उनकी हरकत से नागरिकों की भावनाएं काफी आहत हुई. यह लोगों को भड़काने और शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश है.” अधिकारियों ने बताया कि इन छह लोगों को आईपीसी की धारा 153, 153ए और 153बी के तहत गिरफ्तार किया गया है. इनकी पहचान हिरेन मशरू, वला भारवाड, वीराल माल्वी, हितेश सुनार, योगेश पटेल और मनीष कलाल के रूप में की है. हिंदू महासभा के इस कृत्य की निंदा करते हुए सत्तारूढ़ बीजेपी के प्रवक्ता भरत पांड्या ने कहा कि गांधीजी की आलोचना करना ‘‘आसमान पर थूकने” की तरह है. उन्होंने कहा कि अपरिपक्व लोगों ने ऐसे समारोह का आयोजन किया जिनके पास महात्मा गांधी की शिक्षाओं के प्रति कोई दूरदृष्टि नहीं है. बहरहाल, कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमला किया.
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा, ‘बीजेपी को देश को बताना चाहिए कि क्या वे महात्मा गांधी की विचारधारा का प्रचार करते हैं या गोडसे की.ज्ञात हो के पहले भी बीजेपी के बड़े लीडर गोडसे के करे हुए कृत को सही तेरा चुके हैं।
