आज शाम 7 बजे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार गुरुवार को दूसरी बार राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ लेगी। इसमें कुल 17 नए चेहरों के साथ 65 मंत्री हो सकते हैं। 2014 में 45 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। हालांकि, बाद में कुल मंत्रियों की संख्या 76 हो गई थी। इस बार विदेश और वित्त मंत्रालय को लेकर संस्पेंस बरकरार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बीच फिर एक बार बैठक हो रही है। शाह को वित्त मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।
इससे पहले मोदी शाम 4:30 बजे मंत्रीपद संभालने वाले नेताओं से लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर मुलाकात करेंगे। मोदी ने आज सुबह ही महात्मा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी को उनके समाधि स्थल जाकर श्रद्धांजलि दी। वे शहीदों को नमन करने वॉर मेमोरियल भी पहुंचे।
मोदी ने अटलजी को याद करते हुए ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा- मैं हर एक मौके पर प्यारे अटलजी को याद करता हूं। वे यह देखकर बहुत खुश होते कि भाजपा को लोगों की सेवा करने का इतना अच्छा मौका मिला। अटल जी के जीवन और कार्य से प्रेरित होकर, हम सुशासन बढ़ाने और जीवन को बदलने का प्रयास करेंगे।
शाह को मिल सकता है वित्त मंत्रालय
अरुण जेटली ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें नए मंत्रिमंडल में शामिल न करने का आग्रह किया है। गुरुवार को उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा। इसके बाद माेदी रात काे 8:50 बजे जेटली के आवास पर मिलने पहुंचे और उनका हालचाल जाना। जेटली की गैर मौजूदगी से वित्त मंत्रालय का प्रभार पीयूष गोयल के पास रहा, लेकिन अब यह जिम्मेदारी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंपे जाने की चर्चा है।
साथ ही विदेश मंत्रालय पे सस्पेंस बरकरार सीतारमण, गडकरी, स्मृति के नामों की चर्चा
निवर्तमान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी इस बार चुनाव नहीं लड़ीं। उन्होंने भी मंत्री पद न संभालने की मंशा जाहिर की है। ऐसे में विदेश मंत्री के नाम पर भी संस्पेंस है। सूत्रों के मुताबिक, यह जिम्मेदारी नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण या स्मृति ईरानी को सौंपी जा सकती है।