पन्ना. जिले में टाइगर रिजर्व से निकलकर एक गांव में घुसे एक तेंदुए के हमले में पशु चिकित्सक समेत चार लोग जख्मी हो गए। वन विभाग के अनुसार, अमानगंज वन परिक्षेत्र के तहत टाइगर रिजर्व के जंगल से भटक कर एक तेंदुआ गुरुवार को बफर जोन से लगे ग्राम पगरा में घुस गया।
तेंदुए के हमले में पशु चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता सहित दो वन सुरक्षा कर्मचारी और एक ग्रामीण बुरी तरह जख्मी हो गए। हमले की इस घटना के बाद से पगरा सहित आसपास के गांवों में भय और दहशत का माहौल है।
गुरुवार को शाम तेंदुए ने सबसे पहले ग्राम पगरा निवासी रतन पटेल पर हमला कर उसे घायल कर पास की झोपड़ी में घुस गया। घटना की खबर फैलते ही मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई, जिससे तेंदुआ झोपड़ी से निकलकर गांव के पास स्थित नाले में पेड़ों के नीचे जा बैठा।
पन्ना टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम पहुंची
इस बीच ग्रामीणों द्वारा वन अधिकारियों को घटना से अवगत कराया गया, फलस्वरूप पन्ना टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम वहां पहुंची। रेस्क्यू टीम के वहां पहुंचने पर हमलावर तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर पकड़ने का ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन गुस्साए तेंदुए ने दो वन सुरक्षा श्रमिकों पर हमला बोल कर उन्हें भी घायल कर दिया।
इसी दौरान तेंदुआ एक सूखे कुएं में जाकर बैठ गया। टीम के सदस्यों के वहां पहुंचने पर तेंदुए ने चिकित्सक डॉ संजीव कुमार गुप्ता पर भी हमला कर दिया। टीम के अन्य लोगों के दौड़ने व बचाने पर तेंदुआ वहां से भाग खड़ा हुआ। डॉ. गुप्ता का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बैल का शिकार करने के बाद 2 घंटे आराम फरमाता रहा बाघ
इधर, पन्ना से 20 किमी पन्ना कटनी रोड पर सड़क किनारे झाड़ियों में एक युवा बाघ की 5 घंटे से एक ही स्थिति में पड़े रहने की सूचना जैसे ही अधिकारियों को मिली उनके होश उड़ गए। आनन-फानन में उन्होंने पशु चिकित्सक सहित स्टॉफ को मौके पर भेजा। स्टॉफ ने मौके पर पहुंचकर देखा तो बाघ सड़क से मात्र 25 फीट दूरी पर झाड़ियों के नीचे अचेत स्थिति में पड़ा हुआ था।