Airport News: अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन रिहायशी इलाके में जाकर क्रैश हो गया. जिसकी वजह से प्लेन में सवार 241 पैसेंजर्स के साथ इमारत में मौजूद 38 लोगों की भी मौत हो गई. इस हादसे को भारतीय इतिहास के सबसे बड़े विमान हादसे को तौर पर देखा जा रहा है. बावजूद इसके, एक एयरपोर्ट ऐसा भी है, जो इस हादसे से सबक लेने को तैयार नहीं है. इस एयरपोर्ट पर अभी भी नियमों को ताक में रखकर फ्लाइट ऑपरेशन किए जा रहे हैं.
यह सब तब है, जब एयरपोर्ट एथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) ने इस तरह के ऑपरेशन्स पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है. दरअसल हम बात कर रहे हैं हैदराबाद शहर के बीचों-बीच स्थित बेगमपेट एयरपोर्ट की. इस एयरपोर्ट से एएआई ने व्यावसायिक उड़ानों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रहा है. बावजूद इसके, बेगमपेट एयरपोर्ट से कई हाई-प्रोफाइल लोग निजी हेलीकॉप्टर और जेट से उड़ान भर रहे हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, 12 जून से अब तक आधा दर्जन से अधिक बिजनेस जेट, जिनमें तीन से छह यात्री सवार थे, इस एयरपोर्ट से उड़ान भर चुके हैं. ये उड़ानें ज्यादातर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के भीतर के स्थानों के लिए थीं. हाल ही में अहमदाबाद में हुए भयानक एयर इंडिया विमान हादसे के बाद सामने आई जानकारी ने बेगमपेट एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं. यह एयरपोर्ट हैदराबाद के घनी आबादी वाले इलाके में स्थित है, जिसके चलते सुरक्षा का मुद्दा अधिक गंभीर हो जाता है.
AAI ने जारी किया था सख्त आदेश
लगभग दो हफ्ते पहले 2 जून को एएआई ने बेगमपेट एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन को लेकर एसओपी (SOP) जारी की थी. इस एसओपी में साफ निर्देश दिए गए थे कि केवल सुरक्षा बलों, पुलिस, सरकारी गणमान्य व्यक्तियों और कुछ गैर-व्यावसायिक सेवाओं से संबंधित विमानों को ही इस एयरपोर्ट से संचालन की अनुमति होगी. गैर-अनुसूचित ऑपरेटरों (NSOPs) यानी व्यावसायिक विमानों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया था. अधिकारियों को यह नियम लागू करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया था.
नियमों की अनदेखी?
सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में बेगमपेट एयरपोर्ट से कई निजी हेलीकॉप्टरों ने उड़ान भरी है. ये हेलीकॉप्टर प्रमुख उद्योगपतियों, कॉरपोरेट दिग्गजों और टॉलीवुड के बड़े सितारों के साथ-साथ उनके परिवारों को निजी आयोजनों के लिए ले जा रहे थे. रिपोर्ट्स के अनुसार, इन बिजनेस जेट्स के कॉल साइन्स को डीजीसीए के पास उपलब्ध NSOPs की नवीनतम सूची से मिलाया गया, तो पाया कि ये सभी जेट सूची में शामिल थे.
सूत्रों ने बताया कि यह साफ तौर पर दर्शाता है कि एएआई के आदेशों के बावजूद बेगमपेट से कामर्शियल फ्लाइट ऑपरेट हो रही है. आरोप है कि ऑपरेटर गलत दस्तावेज़ देकर दावा कर रहे हैं कि उनकी उड़ानें गैर-व्यावसायिक हैं, ताकि वे इस एयरपोर्ट का उपयोग कर सकें और जांच से बच सकें. वहीं, बेगमपेट एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हम सभी नियमों और दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं. ये आरोप निराधार हैं. केवल उन विमानों को ही यहां से संचालन की अनुमति दी जा रही है, जिन्हें अनुमति है.
2008 के समझौते का उल्लंघन?
2008 में जब शमशाबाद में राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट विकसित किया गया था, तब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के बीच हुए समझौते के तहत बेगमपेट एयरपोर्ट पर सभी व्यावसायिक गतिविधियों को बंद कर दिया गया था. इसके बावजूद, निजी जेट्स का संचालन इस समझौते का उल्लंघन माना जा रहा है.
साथ ही, बेगमपेट एयरपोर्ट का घनी आबादी वाले इलाके में होना और हाल के विमान हादसे ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या नियमों की अनदेखी कर उड़ान भर रहे ये निजी जेट शहर की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं.