Last Updated: May 27, 2025, 02:50 PM IST
जल संरक्षण को ‘उड़ान’! CM मोहन यादव ने भोपाल के ‘बड़ा तालाब’ और ‘पुरानी बावड़ी’ का किया दौरा, ‘साफ-सफाई अभियान’ में लिया हिस्सा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को **शीतलदास की बगिया** के घाट पर सफाई अभियान में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान पुरानी बावड़ी का भी जायजा लिया, जो जल संरक्षण की एक मिसाल है। यह पहल प्रदेश में चल रहे **जल गंगा संवर्धन अभियान** का हिस्सा है।
हाइलाइट्स
- मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल की पुरानी बावड़ी का जायजा लिया।
- शीतलदास की बगिया के घाट पर सफाई अभियान में हिस्सा लिया।
- यह ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के तहत किया जा रहा है।
- सांसद आलोक शर्मा, विधायक भगवान दास सबनानी और रामेश्वर शर्मा भी मौजूद रहे।
- अभियान 30 मार्च से 30 जून तक चलेगा, जिसका उद्देश्य जल संरचनाओं का सुधार और जल संरक्षण है।
**भोपाल:** मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की पहचान बड़ा तालाब है और इसी तालाब के किनारे स्थित है शीतलदास की बगिया। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को पुरानी बावड़ी का जायजा लिया और शीतलदास की बगिया के घाट पर सफाई अभियान में हिस्सा लिया।
जल संरक्षण अभियान में सरकार और जनता की भागीदारी:
प्रदेश में इन दिनों पूरे राज्य की **जल संरचनाओं के सुधार** के साथ **जल संरक्षण** के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में सरकार के साथ आमजन भी हिस्सेदारी कर रहे हैं। इसी अभियान के तहत मुख्यमंत्री मोहन यादव राजधानी की पुरानी बावड़ी का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने बावड़ी की स्थिति को करीब से देखा और उसका पूरा मुआयना किया। यह बावड़ी एक इमारत के बीचों-बीच स्थित है, जिसमें नीचे उतरने के लिए सीढ़ियां बनी हैं, तो वहीं बावड़ी में पानी भी नजर आ रहा है।
यह जल संरक्षण की एक मिसाल के तौर पर पहचानी जाती है। इस बावड़ी का नगर निगम द्वारा जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। पुरानी बावड़ी का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री यादव ने शीतलदास की बगिया के घाट पर पहुंचकर साफ-सफाई अभियान में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री यादव ने अन्य जन प्रतिनिधि सांसद आलोक शर्मा, विधायक भगवान दास सबनानी और रामेश्वर शर्मा के साथ घाट पर सफाई अभियान में हिस्सा लेकर जलकुंभी को साफ किया।
‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ का उद्देश्य:
राज्य में जल संरक्षण और जल संरचनाओं की मरम्मत के लिए प्रदेश सरकार द्वारा **30 मार्च से जल गंगा संवर्धन अभियान** चलाया जा रहा है। यह अभियान **30 जून तक** जारी रहेगा। अभियान में बारिश के पानी को सहेजने व पुराने जल स्रोतों का जीर्णोद्धार करने का कार्य किया जा रहा है। तीन माह तक चलने वाले इस अभियान के तहत नगरीय निकायों और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बारिश के पानी का संयोजन करने व पुराने जल स्रोतों को नया जीवन देने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में खेत-तालाब, कूप रिचार्ज पिट, चैक, डैम, अमृत सरोवर सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं।