नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की मालिक कंपनी Diageo अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रही है. ब्रिटिश डिस्टिलर कंपनी इस मामले में संभावित सलाहकारों से बातचीत कर रही है. इसमें क्लब का कुछ हिस्सा या पूरी टीम बेचने जैसे विकल्प शामिल हैं. Diageo अपनी भारतीय यूनिट, यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) के ज़रिए RCB की मालिक है, जिसकी कीमत 2 बिलियन डॉलर तक हो सकती है.
अभी कोई अंतिम फैसला नहीं:
हालांकि, अभी तक कोई आखिरी फैसला नहीं लिया गया है और कंपनी टीम को बेचने का फैसला कर सकती है. इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर यह जानकारी दी है. Diageo और यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
RCB का मालिक कौन?
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम ने हाल ही में 18 साल के इंतज़ार के बाद अपना पहला आईपीएल खिताब जीता है. इस समय RCB का मालिकाना हक देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) के पास है. इस टीम को सबसे पहले विजय माल्या की अगुवाई वाली यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड ने खरीदा था. बाद में यह कंपनी ब्रिटिश कंपनी Diageo को बेच दी गई. इस वक्त Diageo के पास यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड की 55 फीसदी से ज़्यादा हिस्सेदारी है.
बिक्री की वजह:
RCB के मालिकाना हक को बेचने की बात ऐसे समय में हो रही है जब भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने IPL में तंबाकू और शराब ब्रांडों के प्रचार पर प्रतिबंध लगाने पर ज़ोर दिया है. भारत में तंबाकू और शराब उत्पादों के विज्ञापन प्रतिबंधित हैं, ताकि खेल हस्तियों द्वारा अन्य अस्वस्थकर वस्तुओं के अप्रत्यक्ष प्रचार को रोका जा सके. Diageo जैसी कंपनियां पहले टॉप क्रिकेटरों का उपयोग करके सोडा जैसे अन्य उत्पादों का प्रचार करती रही हैं.
IPL की संस्थापक टीमों में से एक RCB को शुरू में बीयर टाइकून विजय माल्या ने खरीदा था. उनकी किंगफिशर एयरलाइंस लिमिटेड 2012 में कर्जदाताओं को भुगतान करने में विफल रहने के बाद बंद हो गई थी. Diageo ने माल्या के स्पिरिट्स व्यवसाय को खरीदने के बाद RCB का अधिग्रहण किया था.
IPL बना ग्लोबल ब्रांड:
IPL एक ग्लोबल एंटरटेनमेंट और विज्ञापन के सबसे लोकप्रिय ब्रांड के रूप में उभरा है. यह टूर्नामेंट कमाई के मामले में नेशनल फुटबॉल लीग और इंग्लिश प्रीमियर लीग को टक्कर दे रहा है. लीग के छोटे, तीन घंटे के मैच भारत और दुनिया भर में करोड़ों दर्शकों को आकर्षित करते हैं.