भोपाल। ई-टेंडर घोटाले में गिरफ्तार राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम के ई-प्रिक्योरमेंट के ओएसडी नंदकिशोर ब्रह्मे सहित चारों आरोपितों की रिमांड अवधि अदालत ने 22 अप्रैल तक बढ़ा दी है। वहीं माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की गड़बड़ियों के संदर्भ में कई लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजे गए हैं।
आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने गुरुवार को इनकी रिमांड अवधि पूरी होने पर चारों आरोपितों को अदालत में पेश किया था। ईओडब्ल्यू ने पूछताछ और जांच के लिए अदालत से चारों आरोपितों की रिमांड अवधि छह दिन और बढ़ाने का आग्रह किया, जिसे स्वीकार कर अदालत ने 22 अप्रैल तक की अवधि बढ़ा दी। उधर, बैंक लॉकर से ईओडब्ल्यू ने जो दस्तावेज और आभूषण बरामद किए हैं उनके बारे में भी पूछताछ चल रही है। विभाग ने आभूषणों का मूल्यांकन करा लिया है। दस्तावेजों में ई-टेंडर की गड़बड़ियों से जुड़े मामले के साक्ष्यों को तलाशा जा रहा है।