भोपाल/ब्यावरा, 6 जून 2025 — मध्य प्रदेश में ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व इस साल 7 जून को मनाया जाएगा। इस अवसर पर मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड और अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमीन की ओर से त्योहार के शांतिपूर्ण और संयमित आयोजन को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
MP वक्फ बोर्ड की 6 बिंदुओं वाली गाइडलाइन
मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल ने प्रदेशभर के कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि त्योहार के दौरान तय दिशा-निर्देशों का पालन हो। जारी गाइडलाइन में निम्नलिखित बातें शामिल हैं:
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कुर्बानी की जगह को चारों ओर से बंद रखें, जैसे टिनशेड या दीवारें लगाएं।
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वहां दवाओं का छिड़काव कर सफाई का ध्यान रखें।
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चिह्नित स्थानों पर ही कुर्बानी करें।
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प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न की जाए।
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कुर्बानी की तस्वीरें या वीडियो इंटरनेट पर साझा न करें।
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ईद की नमाज केवल ईदगाह और मस्जिद परिसरों में अदा करें।
डॉ. पटेल ने अपील की कि सभी समुदाय अपने धार्मिक कर्तव्यों के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाएं और आपसी सौहार्द बनाए रखें।
अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमीन की स्थानीय एडवाइजरी
ब्यावरा से मिली जानकारी के अनुसार, अंजुमन इस्लाहुल मुस्लेमीन की बैठक में अंजुमन सदर इक़बाल हुसैन ने जानकारी दी कि ईद की नमाज ईदगाह में अदा की जाएगी, और बारिश या मौसम खराब होने की स्थिति में शहर की सभी मस्जिदों में नमाज होगी।
इस अवसर पर अंजुमन ने भी एक विस्तृत सलाह जारी की:
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कुर्बानी के दौरान वीडियो या फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर न डालें।
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सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें।
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अपशिष्ट पदार्थों को तय स्थान पर इकट्ठा करें और कचरा गाड़ी को सौंपें।
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पर्व को सौहार्द और शांतिपूर्ण ढंग से मनाएं।
सामाजिक समरसता पर ज़ोर
वक्फ बोर्ड और अंजुमन दोनों ने ही स्पष्ट किया है कि ईद-उल-अजहा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आपसी सद्भाव और सामाजिक एकता का प्रतीक है। समुदायों से अपील की गई है कि वह कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें।
इस बैठक में कल्लू खां मंसूरी, रशीद खान मिलिट्री, सैयद मोहम्मद अली, समीर खान, कमरुद्दीन खान, यूनुस अहमद, और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।