India-Pakistan Tension Agrasarindia News: पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है. युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं. पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल मुनीर की जिहादी साजिश का एक बार फिर से खुलासा हुआ है…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- पहलगाम हमले के बाद फिर से निर्दोषों को टारगेट करने की साजिश
- कश्मीरी पंडितों पर हमले की साजिश रच रहा है आतंकी संगठन TRF
- जनरल असीम मुनीर के बयान के बाद बैसरन घाटी में हुआ था बड़ा अटैक
नई दिल्ली. पहलगाम में हिन्दू पर्यटकों का नरसंहार करने के बाद पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर की इशारों पर काम करने वाले लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा आतंकवादी संगठन दे रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) फिर से बड़ी साजिश रच रहा है. TRF पहलगाम अटैक के बाद घाटी में एक और बड़ा हमला करने की फिराक में है. इंटेलिजेंस रिपोर्ट के बाद इंडियन सिक्योरिटीज एजेंसियां एक्टिव हो गई हैं. आतंकवादियों के किसी भी हमले को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर के चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही मॉनटरिंग भी बढ़ा दी गई है. संवेदनशील इलाकों में क्विक रिस्पांस टीम (QRT) को तैनात कर दिया गया है. बता दें कि TRF लश्कर का मुखौटा संगठन है जो पाकिस्तानी सेना के इशारे पर भारत में हमलों को अंजाम देता है. पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने पहलगाम हमले से कुछ दिनों पहले ही भड़काऊ बातें कही थीं और उसके बाद बैसरन घाटी में निर्दोष हिन्दू पर्यटकों का बर्बर तरीके से नरसंहार किया गया.
जानकारी के अनुसार, पिछले हफ़्ते पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने एक और इनपुट जारी किया है. इसमें दावा किया गया है कि द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) एक नए हमले की साजिश रच रहा है. खुफिया अलर्ट मिलने के बाद विभिन्न इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और ज़्यादा भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. संवेदनशील इलाकों में क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी) तैनात की गई है. कश्मीर में तैनात एक सीिनयर अधिकारी के अनुसार, ताज़ा इनपुट से संकेत मिलता है कि आतंकवादी कश्मीरी पंडितों, प्रवासी मज़दूरों या यहां तक कि सुरक्षा बलों के जवानों को भी निशाना बना सकते हैं.
TRF का वीडियो
पिछले सप्ताह TRF द्वारा एक वीडियो जारी किए जाने के बाद अलर्ट जारी किया गया था, जिसमें आतंकवादी संगठन ने घरों को ध्वस्त करने को लेकर भारतीय सुरक्षा बलों को धमकी दी थी. वीडियो में टीआरएफ ने यह भी कहा कि अगर इस तरह के विध्वंस जारी रहे तो हमले जारी रहेंगे. इसके बाद पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का मुखौटा संगठन TRF ने बयान जारी कर दावा किया था कि वह पहलगाम हमले के लिए वह जिम्मेदार नहीं है. एक अधिकारी ने बतया कि सोमवार को इंटेलिजेंस इनपुट मिला था और सुरक्षा बलों ने दोहराया है कि रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी), नाका ड्यूटी और अन्य ऑपरेशन के लिए तैनात सैनिकों को सतर्क और चौकस रहना चाहिए. कर्मियों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने का भी निर्देश दिया गया है. आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है.
जवानों को खास निर्देश
इंटेलिजेंस इनपुट मिलने के बाद घाटी में तैनात सुरक्षाबलों के जवानों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. अधिकारी ने बतया कि सभी यूनिट्स को कैजुअल मूवमेंट तत्काल प्रभाव से बंद करने को कहा गया है, ताकि आतंकवादियों को अटैक का मौका न मिले. विश्वसनीय इनपुट मिले हैं कि आतंकवादी निहत्थे कर्मियों को निशाना बना सकते हैं. आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है और जवानों और कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि वे बिना पूर्व सूचना के किसी भी स्थान पर न जाएं. द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक हिस्सा या प्रॉक्सी है. यह 2019-2020 के आसपास उभरा और इसने कई हमलों की जिम्मेदारी ली है, खासकर कश्मीर में सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बनाकर.