Last Updated: May 26, 2025, 03:40 PM IST
मध्य प्रदेश में किसानों की मेहनत का ‘खुलेआम मजाक’! उज्जैन में ‘फ्री’ में बांटे जा रहे प्याज, ‘लेने वालों ने मचाया बवाल!’
उज्जैन में प्याज के दाम 2-3 रुपये प्रति किलो होने से हताश किसानों ने अपनी फसल फ्री में बांटना शुरू कर दिया। बेमौसम बारिश ने बर्बाद की फसल, अब सरकार से मुआवजे और समर्थन मूल्य पर खरीद की मांग।
हाइलाइट्स
- उज्जैन में किसानों ने फ्री में प्याज बांटी।
- मंडी में प्याज के दाम गिरकर ₹2-3 प्रति किलो हुए।
- उत्पादन लागत ₹10-12 प्रति किलो, किसानों को भारी घाटा।
- बेमौसम बारिश से फसल बर्बाद, सर्वे और मुआवजे की मांग।
- किसान ₹24 प्रति किलो समर्थन मूल्य पर प्याज खरीदने की मांग कर रहे।
उज्जैन (मध्य प्रदेश): बेमौसम बारिश ने मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में हजारों किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। जिन खेतों में किसान उम्मीद से प्याज की फसल काटकर मंडी ले जाने की तैयारी कर रहे थे, अब वहीं खेत जलभराव और सड़ी प्याज से भर गए हैं। किसानों की हालत इस तरह खराब हो गई कि आज उज्जैन के कृषि मंडी में किसानों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी प्याज की फसल फ्री में बांटना शुरू कर दी। आइए जानते हैं किसानों को ऐसा क्यों करना पड़ा।
मंडी में प्याज के दाम ₹2-3 रुपये किलो:
उज्जैन की मंडियों में इस समय प्याज थोक में मात्र **2 से 3 रुपये प्रति किलो** बिक रही है। जबकि, सामान्य दिनों में यही प्याज 10 से 15 रुपये किलो में बिकती थी। हालत यह हो गई है कि किसान अब प्याज को बोरी में भरकर फुटपाथों पर 80, 100 या 150 रुपये प्रति कट्टा बेच रहे हैं, ताकि कुछ मुनाफा मिल सके।
मुनाफा की जगह हो रहा है घाटा:
संयुक्त कृषि संगठन के जिला अध्यक्ष संदीप पाटीदार ने बताया कि किसान को प्याज की फसल उगाने से लेकर मंडी तक लाने में उसे **10 से 12 रुपये प्रति किलो की लागत** लगती है। आज किसान इतना परेशान हो गया है कि अपनी फसल फ्री में बांट रहा है, क्योंकि किसान को मुनाफा तो दूर घाटा हो रहा है। थोक भाव में किसान अपनी फसल 2-3 रुपये किलो बेच रहा है।
किसानों ने सरकार से रखी मांग:
किसानों की सबसे बड़ी शिकायत यह है कि न तो कृषि विभाग ने कोई सर्वे किया है और न ही कोई मुआवजे की घोषणा हुई है। किसान मांग कर रहे हैं कि तुरंत सर्वे कराकर नुकसान का आकलन किया जाए और राहत राशि दी जाए। साथ ही किसानों का सरकार से कहना है कि उनकी प्याज की फसल **समर्थन मूल्य पर ₹24 रुपये** में खरीदे, जिससे उन्हें पूरा दाम मिल सके।
किसान जानवरों को खिला रहे प्याज:
उज्जैन के ही एक किसान ने अपनी प्याज की फसल खराब होने के बाद इतना हताश हो गया है कि अपनी बची-कुची फसल जानवरों को खिला रहे हैं। इतना ही नहीं, एक किसान ने तो यह तक बोल दिया कि जल्द ही सरकार ने नहीं सुनी तो आत्महत्या की नौबत आ जाएगी।